पाकिस्तानी ऑटोमोटिव उद्योग (Pakistani automotive industry )के लिए नए साल की शुरुआत में ही बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान में असेंबल की जान वाली 1,000 सीसी और 2,000 सीसी इंजन वाली कारों पर संघीय उत्पाद शुल्क (federal excise duty ) को बढ़ाया गया है।
ऑटो डेस्क। पाकिस्तानी ऑटोमोटिव उद्योग (Pakistani automotive industry )के लिए नए साल की शुरुआत में ही बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान में असेंबल की जाने वाली 1,000 सीसी और 2,000 सीसी इंजन वाली कारों पर संघीय उत्पाद शुल्क (federal excise duty ) को बढ़ाया गया है। पाक सरकार के इस फैसले के कारण बिक्री में गिरावट की आशंका जताई गई है। बता दें कि ये इस सेगमेंट की कारें पाकिस्तान में ऑटोमोटिव उद्योग की रीढ़ मानी जाती हैं। पाक में कुल बिक्री का एक बड़ा हिस्सा इस कैटेगिरी की कारें होती हैं। इस देश में आम तौर पर टैक्स में इजाफा या कटौती के साथ मांग में वृद्धि और गिरावट की संभावना अधिक होती है।
करों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी
पाकिस्तान के टॉप अखबार डॉन ने हाल ही में बताया कि पाकिस्तान सरकार (Pakistan government) कारों पर एफईडी को 2.5% से बढ़ाकर 5% कर दिया है। बिजनेस एक्सपर्ट का कहना है कि यह कदम काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि यह मोटर वाहन क्षेत्र को मदद उपलब्ध कराने के एकदम विपरीत कदम है। पाक ऑटो इंडस्ट्री में 850cc और 1,000cc के बीच के वाहनों पर सामान्य बिक्री कर 12.5% से बढ़ाकर 17% कर दिया गया है। 2,000 cc से ऊपर के वाहनों पर FED भी 5% से बढ़ाकर 10% कर दिया गया है। एक्सपोर्ट वाहनों की कीमत भी अब ज्यादा होगी।
WagonR जैसे कारें हो जाएंगी मंहगी
सरकार ने अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वित्त वर्ष 2023 के बजट के बाद ये बढ़ोतरी जारी रहेगी या नहीं। वहीं ऑटो सेक्टर में इस कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में बिक्री को कम होने की उम्मीद है। बता दें कि पाकिस्तान में सुजुकी वैगनआर और कल्टस (WagonR and Cultus), यूनाइटेड मोटर्स से किआ पिकांटो और अल्फा कारें (Pakistan Suzuki, Kia Picanto and Alpha from United Motors) बड़ी तादाद में सेल होती हैं।
10-15 फीसदी की गिरावट का अनुमान
पाकिस्तानी सरकार ने स्थानीय स्तर पर प्रोडक्शन को प्राथमिकता देने और इम्पोर्ट घटाने के लिए ये कदम उठाया है। पाक सरकार के करों में बढ़ोतरी के इस कदम से लगभग सभी वर्गों और कैटेगिरी में ब्रेक लग सकता है। इंडस मोटर कंपनी (Indus Motor Company) के सीईओ अली असगर जमाली (CEO Ali Asghar Jamali) ने डॉन के हवाले से कहा, "अगर नए बजट की घोषणा तक टैक्स में बदलाव किए जाते हैं, तो मुझे स्थानीय रूप से असेंबल किए गए वाहनों की बिक्री में 10-15 फीसदी की गिरावट का अनुमान है।"
कोविड संकट और चिप की कमी के कारण दुनिया भर में मोटर वाहन क्षेत्र के लिए बड़ा संकट खड़ा हुआ है। करों को बढ़ाने के पाकिस्तानी सरकार के फैसले से संभावित रूप से ऑटो सेक्टर में मंदी का कारण बन सकता है।