टाटा मोटर्स जल्द ही अपनी इलेक्ट्रिक कारों की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की कटौती कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी एमजी मोटर इंडिया की तर्ज पर 'बैटरी-एज-ए-सर्विस' (बीएएस) मॉडल पेश करने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत बैटरी की कीमत इलेक्ट्रिक कार की कीमत से अलग हो जाएगी।
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, बैटरी को अलग से किराए पर लेने की इस योजना से टाटा के इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत दो लाख से 3.5 लाख रुपये तक कम हो सकती है। ऐसे में ग्राहकों को केवल वाहन की कीमत और बैटरी का किराया ही देना होगा। वर्तमान में, टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक रेंज में टियागो ईवी, पंच ईवी, नेक्सॉन ईवी और कर्व ईवी शामिल हैं।
बैटरी-एज-ए-सर्विस मॉडल के जरिए टाटा मोटर्स को बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने की उम्मीद है। बैटरी किराए पर लेने से इलेक्ट्रिक वाहनों की एक्स-शोरूम कीमत 25 से 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे ज्यादा से ज्यादा ग्राहक इन वाहनों को खरीदने के लिए प्रेरित होंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी जल्द ही इस योजना को लॉन्च कर सकती है। टाटा का मानना है कि उनके ग्राहक इस मॉडल को अपनाने के लिए तैयार हैं क्योंकि यह उन्हें ड्राइव करने का एक किफायती विकल्प प्रदान करता है। भारत में पहली 'बैटरी-एज-ए-सर्विस' (बीएएस) योजना चीनी वाहन ब्रांड एमजी मोटर इंडिया द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के तहत ग्राहक 3.50 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से बैटरी किराए पर लेकर एमजी के वाहन चला सकते हैं। एमजी कॉमेट ईवी, एमजी विंडसर ईवी और एमजी ईजेडएस ईवी जैसे मॉडलों में यह योजना लागू की गई है।
बैटरी-एज-ए-सर्विस प्रोग्राम क्या है?
बैटरी-एज-ए-सर्विस (BaaS) एक ऐसी योजना है जिसमें बैटरी की कीमत और वाहन की कीमत अलग-अलग होती है। ग्राहक बैटरी के उपयोग के आधार पर शुल्क का भुगतान करते हैं। यानी वाहन जितनी दूरी तय करेगा, बैटरी का उतना ही शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए ग्राहकों को हर महीने किराया (ईएमआई) देना होगा। हालांकि, बैटरी चार्जिंग का खर्च अलग से देना होगा।
बैटरी रेंटल प्रोग्राम के तहत एमजी मोटर अपने ग्राहकों को कई आकर्षक सुविधाएं प्रदान करती है। इन सेवाओं में पहले मालिक के लिए आजीवन वारंटी, तीन साल बाद 60 प्रतिशत बायबैक और एमजी ऐप के जरिए eHUB पर एक साल की मुफ्त चार्जिंग शामिल है।