एक बटन दबाते ही BMW iX Flow का बदल जाएगा रंग, कंपनी जल्‍द लेकर आ रही खास फीचर

5 जनवरी को, कंपनी ने बीएमडब्लू आईएक्स फ्लो (BMW iX Flow) नाम की कांसेप्‍ट कार की शुरूआत की है। जो इलेक्ट्रोफोरेटिक तकनीक (Electrophoretic Technology) से गाड़ी के रंग को काले से सफेद रंग में बदलने या सफेद से काले या दोनों को कंबाइंड रूप में बदलने में क्षमता रखता है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 6, 2022 5:15 AM IST / Updated: Jan 08 2022, 02:34 PM IST

ऑटो डेस्‍क। बीएमडब्ल्यू ग्रुप (BMW Group) जल्‍द ही एक ऐसा फीचर लाने वाला है जिसमें आप एक बटन दबाते ही अपनी कार का रंग बदल सकते हैं। वास्‍तव में 5 जनवरी को, कंपनी ने बीएमडब्लू आईएक्स फ्लो (BMW iX Flow) नाम की कांसेप्‍ट कार की शुरूआत की है। जो इलेक्ट्रोफोरेटिक तकनीक (Electrophoretic Technology) से गाड़ी के रंग को काले से सफेद रंग में बदलने या सफेद से काले या दोनों को कंबाइंड रूप में बदलने में क्षमता रखता है। आईएक्स फ्लो इलेक्ट्रिक आईएक्स एसयूवी पर बेस्‍ड है, जिसे बीएमडब्ल्यू ने 2021 में लांच किया था।

कंपनी की ओर से आया बयान
बीएमडब्लू ग्रुप इलेक्ट्रॉनिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष क्रिस्टोफ ग्रोट ने लांच के दौरान एक गोलमेज साक्षात्कार के दौरान कहा कि कार आपको एक तरह से तैयार करती है, यह आपको एक्‍सप्रेस करती है - न केवल अंदर से बल्कि बाहर से भी - इसलिए हमने एक ऐसी तकनीक बनाने की कोशिश की है और इस कार को इस तरह से तैयार किया गया है जो आपको अपने मन का करने की अनुमति देता है। उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी के दौरान ड्राइविंग करते समय व्‍हीकल को अंधेरे से प्रकाश में बदलने में सक्षम होने से वाहन के अंदर दक्षता और थर्मल रेगुलेशन में मदद मिलेगी।

यह भी पढ़ें:- होंडा ने दिसंबर 2021 में 2.23 लाख स्‍कूटर और बाइक बेंची, पांच साल में की 2.5 करोड़ टू-व्‍हीलर की सेल

कैसे काम करेगी तकनीक
बीएमडब्ल्यू ने वाहनों के लिए ई-इंक नाम की कंपनी के साथ मिलकर एक एप्‍लीकेशन तैयार की है। 1997 में स्थापित, ई-इंक ने सोनी और Amazon.com जैसे ब्रांडों के लिए किंडले रीडर्स और कमर्श‍ियल डिस्‍प्‍ले में उपयोग की जाने वाली तकनीक विकसित की। बीएमडब्ल्यू की ई-इंक का उपयोग एसयूवी के पूरी बॉडी को कवर करने के लिए तैयार किए गए रैप के माध्यम से काम करता है। रैप में अलग-अलग रंग होते हैं, जो विभिन्न इलेट्रिक सिग्‍नल द्वारा उत्तेजित होने पर, त्वचा की सतह तक बढ़ जाएंगे, जिससे यह रंग बदल जाएगा। कंपनी ने कहा कि 2025 तक वह फ्यूचर तकनीक पर 34 बिलियन डॉलर तक खर्च करेगी।

Share this article
click me!