अपने दावों से पीछे हट रहे सहयोगी दल, तेजस्वी के कड़े तेवर के बाद इस फॉर्मूले पर महागठबंधन में बन गई बात!

महागठबंधन में आरजेडी-कांग्रेस एक फॉर्मूले के साथ आखिरी समझौते तक पहुंच गई हैं। यह सबकुछ तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) और राहुल गांधी में बातचीत के बाद संभव हुआ बताया जा रहा है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 3, 2020 5:01 AM IST

पटना। बिहार चुनाव (Bihar Polls 2020) के लिए एनडीए (NDA) और महागठबंधन (Mahagathbandhan) में सीटों के बंटवारे में काफी देर हो रही है। दोनों गठबंधन अभी तक समझौते को अंतिम रूप नहीं दे पाए हैं। इस बीच महागठबंधन में आरजेडी-कांग्रेस (RJD-Congress) एक फॉर्मूले के साथ आखिरी समझौते तक पहुंच गई हैं। यह सबकुछ तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) और राहुल गांधी में बातचीत के बाद संभव हुआ बताया जा रहा है। दरअसल, बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil)  और दूसरे नेताओं की मांगों से तेजस्वी तिलमिला गए थे। गोहिल ने तो तेजस्वी के अनुभव और उम्र पर ही सवाल उठा दिए थे। इसके बाद आरजेडी नेता ने सीधे राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से बात करने का फैसला किया। 

सीटों के समझौते पर दोनों ओर से नेताओं के व्यक्तिगत बयान आने शुरू हो गए थे। आरजेडी 150 और कांग्रेस 70 से 80 सीटों की डिमांड कर रही थी। बयानों से स्थिति बिगड़ते देख प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को भी मैदान में उतरना पड़ा। अब सीट शेयरिंग के लिए तेजस्वी सीधे कांग्रेस आलाकमान से बात कर रहे हैं। हालांकि महागठबंधन में ये समझौता तीन दलों की 'बलि' के बाद आता दिख रहा है। सम्मानजनक सीटों की मांग और बंटवारे में देरी की वजह से पहले हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (HAM) के जीतनराम मांझी (Jeetanram Manjhi) फिर आरएलएसपी (RLSP) चीफ उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) बाहर चले गए। 

बड़े नेताओं को संभालना पड़ा मामला 
मांझी ने एनडीए में शरण ली। जबकि कुशवाहा ने बसपा (BSP) के साथ अलग मोर्चा ही बना लिया है। कोई बात बनता न देख सीपीआई एमएल (CPI ML) ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए 30 सीटों पर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। वीआईपी (VIP) चीफ मुकेश साहनी (Mukesh Sahani) ने भी बगावती तेवर दिखाए। महागठबंधन बिखरता नजर आने लगा। संवेदनशील स्थिति देख दोनों पार्टियों के आलाकमान को मामला संभालने के लिए मैदान में उतरना पड़ा। 

महागठबंधन का नया फॉर्मूला क्या है? 
महागठबंधन में नए फॉर्मूले की बात करें तो आरजेडी और कांग्रेस समेत सभी दल अपने-अपने दावों से पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं। नए फॉर्मूले के तहत आरजेडी 138, कांग्रेस 68 सीट के साथ राजी बताई जा रही है। सीपीआई एमएल के भी वापस आने की चर्चा है। तीनों कम्युनिस्ट पार्टियों को 29 सीटें दी जा सकती हैं। मुकेश साहनी की वीआईपी को 10 से 12 सीटें देने की चर्चा है। हालांकि अभी भी कुछ मामूली ऐतराज पर सहयोगी दलों में बातचीत जारी है। बताया जा रहा है कि समझौता इसी फॉर्मूले के आसपास हो सकता है। संभवत: रविवार तक महागठबंधन का ऐलान हो जाएगा। 

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