वोटिंग से पहले चिराग ने फिर नीतीश पर छोड़े तीर, कहा- 15 साल सत्ता में रहे फिर भी लेना पड़ा 3 दोस्तों का सहारा

एलजेपी चीफ चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। एलजेपी नेता ने इशारों में कहा कि 15 साल की सरकार में नीतीश ने कोई काम नहीं किया और इसी वजह से उन्हें तीन साथियों का सहारा लेना पड़ा। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 6, 2020 12:47 PM IST / Updated: Nov 06 2020, 06:23 PM IST

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर खत्म हो चुका है। अब 7 नवंबर को आखिरी चरण के मतदान के बाद प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 10 नवंबर को होगा। लेकिन आखिरी फेज के मतदान से पहले एक बार फिर एलजेपी चीफ चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। एलजेपी नेता ने इशारों में कहा कि 15 साल की सरकार में नीतीश ने कोई काम नहीं किया और इसी वजह से उन्हें तीन साथियों का सहारा लेना पड़ा। 

चिराग ने ट्वीट में कहा- "इतने मुश्किल वक्त में भी मेरा हौसला नहीं टूटा। बिहार पर नाज करने के लिए अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लेना हुआ तो मैं घबराया नहीं। यहां कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें 15 साल सत्ता में रहने बाद भी 3 साथियों का सहारा लेना पड़ता है। आप सभी के आशीर्वाद से बिहार जीतेगा और नया युवा बिहार बनेगा।" चिराग ने यहां तीन साथियों के रूप में बीजेपी, हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी का जिक्र किया है। बताने की जरूरत नहीं कि जेडीयू इन्हीं तीन दलों के साथ एनडीए में शामिल है। 

क्या बिहार के शहर रहने लायक नहीं? 
इससे पहले एक और ट्वीट में चिराग ने आरोप लगाया कि नीतीश के राज में बदहाल बिहार की हालत ऐसी है कि चाहकर भी अलग अलग इलाकों में काम करने वाले अफसर अपने परिवार को पटना या दिल्ली में रखते हैं। अफसरों के बहाने चिराग ने कहा- "पिछले 30 साल में बदनाम से बदहाल बिहार होने के कारण बिहार सरकार के अंतर्गत सभी अधिकारियों का परिवार पटना या दिल्ली में रहता है और वह खुद पूरी जिंदगी अलग-अलग जिलो में परिवार के बिना बिताते हैं।  यह कैसी जिंदगी आप जीने के लिए बेबस हैं। यही समय बिहार को और बर्बाद होने से बचाने का है।"

मतभेद की वजह से बिहार एनडीए से हुए थे बाहर 
बताते चलें कि चिराग ने चुनाव की घोषणा के बाद नीतीश से मतभेदों की वजह से खुद को एनडीए बिहार से बाहर कर लिया था। ज्यादा सीटों की मांग करने वाले चिराग, जीतनराम मांझी के एनडीए में आने से भी नाराज थे। हालांकि पिछले कुछ इंटरव्यू में उन्होंने दावा किया कि वो सीटों के विवाद की वजह से नहीं बल्कि बिहार को लेकर अपने विजन की वजह से एनडीए से बाहर हुए थे। एलजेपी नेता के मुताबिक बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट विजन को एनडीए में लागू करवाना चाहते थे लेकिन नीतीश ने तवज्जो नहीं दी तो उन्हें एनडीए बिहार से बाहर होना पड़ा। 

बीजेपी संग सरकार बनाने का दावा 
चिराग ने जेडीयू के खिलाफ सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। कुछ सीटों पर बीजेपी के खिलाफ भी प्रत्याशी उतारे थे। हालांकि इसे दोस्ताना फाइट करार दिया। नीतीश को जेल भेजने तक का बयान देने वाले चिराग ने कई बार दावा किया है कि चुनाव के बाद वो बीजेपी संग सरकार बनाएंगे। 

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