पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार की यह कवायद चिराग पासवान को नागवार गुजरी है। एलजेपी सीटों के बंटवारे में हो रही देरी से परेशान है। वहीं, कहा जा रहा है कि पार्टी चाहती है जल्द से जल्द सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाए। यह भी चर्चा है कि एलजेपी जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी और राज्य की 119 सीटों पर तैयारी कर रही है।
पटना (Bihar) । हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की एनडीए में एंट्री से बिहार में सियासी समीकरण फिर बदल गए हैं। एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की टेंशन भी बढ़ गई है। जेडीयू और एलजेपी के बीच खींचतान खुलकर सामने आ रही है। पिछले कुछ दिनों में चिराग ने कई बार अलग-अलग मुद्दों को लेकर सीएम नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। नीतिश कुमार ने मांझी को एलजेपी की काट के लिए अपने साथ जोड़ा। रामविलास पासवान और चिराग पासवान के चेहरे को साथ रखकर एनडीए दलित और महादलित समुदाय को साधने की कोशिश करता रहा है। लेकिन, मांझी के आने से समीकरण बदलने लगे हैं। लोग सवाल कर रहे कि एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान क्या करेंगे? क्योंकि पहले से ही सीटों को लेकर एनडीए के भीतर खींचतान जारी है।
नीतीश के एक और फैसले से नाराज हुए चिराग
पार्टी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार की यह कवायद चिराग पासवान को नागवार गुजरी है। एलजेपी सीटों के बंटवारे में हो रही देरी से परेशान है। वहीं, कहा जा रहा है कि पार्टी चाहती है जल्द से जल्द सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाए। यह भी चर्चा है कि एलजेपी जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी और राज्य की 119 सीटों पर तैयारी कर रही है।
विज्ञापन जारी कर दे रहे हैं संकेत
बिहार के सभी और दिल्ली व मुंबई के महत्वपूर्ण अखबारों में लोक जनशक्ति पार्टी ने विज्ञापन जारी किया है। इसमें लोक जनशक्ति पार्टी ने बताया है कि नया बिहार और युवा बिहार बनाने के लिए सभी बिहारी भाइयों-बहनों को युवा बिहारी चिराग पासवान के साथ चलना होगा। यही समय है जब बिहार के अस्मिता की लड़ाई बिहारी लोगों को लड़नी होगी, ताकि हम सब बिहार पर नाज कर सकें। लोक जनशक्ति पार्टी सभी जाति धर्म में आस्था रखती है और सभी को हमेशा से साथ लेकर चली है। विज्ञापन में "धर्म ना जात, करें सबकी बात" पार्टी के पुराने टैग लाइन को दोहराया है।
7 सितंबर को बुलाई है मीटिंग
सीट बंटवारे की कवायद में देरी और मांझी की एंट्री के बाद बदले हालात में चिराग पासवान ने संसदीय बोर्ड की दिल्ली में बैठक बुलाई है। 7 सितंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में एलजेपी विधानसभा चुनाव की तैयारी और गठबंधन के स्वरूप पर चर्चा करेगी। इस बैठक में संसदीय बोर्ड की तरफ से पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान को कोई भी फैसला लेने के लिए अधिकृत किया जा सकता है।