बिहार के शिक्षा मंत्री को नहीं पता 'जन गण मन' आरजेडी ने वायरल किया वीडियो, तेजस्वी ने लगाया ये आरोप

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में IPC 409,420,467, 468,471 और 120B के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है?
 

पटना (Bihar ) । नीतीश सरकार के शिक्षा मंत्री डा.मेवालाल चौधरी को लेकर आरजेडी लगातार वार कर रही है। अब आरजेडी ने उनसे जुड़ा एक वीडियो ट्टीट किया है, जिसमें एक कार्यक्रम के दौरान वो राष्ट्रगान गा रहे हैं। लेकिन, नहीं गा पा रहे हैं। इसपर आरजेडी ने लिखा है कि भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के आरोपी बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को राष्ट्रगान भी नहीं आता। नीतीश कुमार जी शर्म बची है क्या? अंतरात्मा कहाँ डुबा दी? वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्टीट कर सवाल किया है कि सीएम नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है? बता दें कि मेवालाल पर असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में धांधली का आरोप रहा है। 

वीसी रह चुके है शिक्षा मंत्री
4 जनवरी 1953 को जन्मे बिहार के शिक्षामंत्री मेवालाल चौधरी की शैक्षणिक योग्यता एमएससी है। उन्होंने पीएचडी भी की है। राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वे भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे। साल 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। जेडीयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए। लेकिन, चुनाव जीतने के बाद डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। 

अंतरिम जमानत पर हैं जेल से बाहर
बताते चले कि डा. मेवालाल पर कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। हालांकि इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी। बता दें कि वो एमएल चौधरी भारत सरकार में हॉर्टिकल्चर कमिश्नर रह चुके हैं। वह बिहार के कृषि रोड मैप तैयार करने वाले दल के सदस्य भी रहे हैं।

पत्नी की मौत मामले को लेकर भी उठा सवाल
तारापुर के जेडीयू विधायक डॉ मेवालाल चौधरी कोइरी समुदाय से आते हैं। उन्हें पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। मेवालाल चौधरी की पत्नी स्व. नीता चौधरी राजनीति में काफी सक्रिय रही थीं। वे जेडीयू के मुंगेर प्रमंडल की सचेतक भी थीं। नीता चौधरी साल 2010-15 में तारापुर से विधायक चुनी गईं थी। लेकिन, 2019 में गैस सिलेंडर से लगी आग से झुलस कर उनकी मौत हो गई थी। हालांकि पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने मेवालाल चौधरी की पत्नी की मौत के मामले में उनसे पूछताछ की मांग की है। इसके लिए उन्होंने डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है।

तेजस्वी ने लगाया ये आरोप
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में IPC 409,420,467, 468,471 और 120B के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है?
 

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