रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन, पीएम मोदी बोले- उनके जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ

दो महीने पहले रघुवंश प्रसाद कोरोना संक्रमित हो गए थे। 17 जून को एम्स पटना में भर्ती किया गया था। कोरोना से स्वस्थ होने के बाद रघुवंश को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। वह अपने घर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। इसी दौरान फेफड़े की बीमारी ने जकड़ लिया। इसके बाद इलाज के लिए वह दिल्ली एम्स गए हैं। जहां सीने में दर्द और बेचैनी महसूस होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके निधन ने बिहार के साथ-साथ देश के राजनीतिक क्षेत्र में भी एक शून्य छोड़ दिया है।

पटना (Bihar ) ।आरजेडी के संस्थापक सदस्यों में से एक और लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के करीबी पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) का आज दिल्ली एम्स  में निधन हो गया। बता दें कि दो दिन पहले ही उन्होंने एम्स में भर्ती होने के बाद भी बिस्तर पर लेटे-लेटे अपना इस्तीफा भेजा था। उन्होंने लालू को चिट्ठी लिखकर 32 सालों से उनके पीठ पीछे खड़े रहने की बात याद दिलाते हुए अब साथ छोड़ने का ऐलान किया था। साथ ही यह भी कहा था कि पार्टी नेता, कार्यकर्ता और आमजनों ने बड़ा स्नेह दिया। मुझे क्षमा करें। हालांकि अब तक उनके इस्तीफे को राजद अध्यक्ष लालू ने स्वीकार नहीं किया था और जेल से ही मार्मिक पत्र भेजा था।  वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। उनके निधन ने बिहार के साथ-साथ देश के राजनीतिक क्षेत्र में भी एक शून्य छोड़ दिया है।

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दो माह पहले हुआ था कोरोना
दो महीने पहले रघुवंश प्रसाद कोरोना संक्रमित हो गए थे। 17 जून को एम्स पटना में भर्ती किया गया था। कोरोना से स्वस्थ होने के बाद रघुवंश को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। वह अपने घर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। इसी दौरान फेफड़े की बीमारी ने जकड़ लिया। इसके बाद इलाज के लिए वह दिल्ली एम्स गए हैं। जहां सीने में दर्द और बेचैनी महसूस होने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था।

रामा सिंह की इंट्री से थे नाराज
रघुवंश प्रसाद सिंह राजद में रामा सिंह की एंट्री को लेकर नाराज चल रहे थे। साथ ही उनकी इंट्री का का वो पुरजोर विरोध भी कर रहे थे। इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे चुके थे। मगर, लालू प्रसाद ने उसे स्वीकार नहीं किया था। साथ ही इसी कारण से रामा सिंह को अभी तक राजद में जगह नहीं मिल सकी है। 

दो दिन पहले लिखा या ये लेटर
दो दिन पहले ही एम्स से रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू प्रसाद यादव को भेजे गए लेटर में लिखा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के बाद 32 वर्षो तकआपके पीछे खड़ा रहा लेकिन अब नहींय़ पार्टी, नेता, कार्यकर्ता और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया, लेकिन मुझे क्षमा करें।

रघुवंश को लेकर चिंतित थे लालू
रघुवंश प्रसाद सिंह के स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव काफी चिंतित थे। रघुवंश प्रसाद के इस्तीफा देने की खबर के बाद लालू प्रसाद ने उन्हें मार्मिक पत्र लिखा था, जिसमें कहा कि आपके द्वारा कथित तौर पर लिखी एक चिट्ठी मीडिया में चलाई जा रही है। मुझे तो भरोसा ही नहीं हो रहा। अभी मेरे, परिवार और मेरे साथ मिलकर राजद परिवार आपको शीघ्र स्वस्थ होकर अपने बीच देखना चाहता है। लालू ने लिखा है कि चार दशकों में हमने हर राजनीतिक, सामाजिक और यहां तक कि पारिवारिक मामलों में मिल बैठकर ही विचार विमर्श किया है। आप जल्द स्वस्थ हों, फिर बैठकर बात करेंगे। आप कहीं नहीं जा रहे हैं। समझ लीजिए। 

रघुवंश के लिए लालू ने लगाई थी बेटे को फटकार
रघुवंश प्रसाद की नाराजगी पर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा था कि पार्टी समुद्र होती है, उससे एक लोटा पानी निकलने से कुछ नहीं होता है। मतलब उन्होंने रघुवंश प्रसाद की तुलना एक लोटा पानी से कर दिया था, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया था, हालांकि बाद में तेज प्रताप यादव ने सफाई दी थी उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। रघुवंश प्रसाद उनके चाचा हैं। मगर, इसी विवाद के दौरान लालू प्रसाद यादव ने उन्हें रघुवंश प्रसाद को लेकर इस तरह का बयान देने के लिए फटकार लगाई थी। 
 

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