पीएम मोदी के साथ मंच पर जाने वाले नेताओं और अफसराें का हुआ कोरोना टेस्ट, ऐसी होगी सुरक्षा

कार्यक्रम स्थल पर मंच तक इस बार पहुंचने के पहले कई तरह की जांच से महत्वपूर्ण नेताओं को भी गुजरना होगा। एसपीजी की सहमति और एसपीजी अधिकारियों की सहमति से जारी पास वाले ही डी-एरिया में प्रवेश पा सकेंगे। सुरक्षा कारणों और वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए सभी तरह की एहतियाती सतर्कता बरती जा रही है। 
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 23, 2020 3:13 AM IST / Updated: Oct 23 2020, 10:38 AM IST

पटना (Bihar)। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बिहार आ रहे हैं। वे गया (gaya), सासाराम(Sasaram) और भागलपुर (Bhagalpur) में 45-45 मिनट पर एक-एक चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। इसके पहले पीएम ने रात में एक ट्वीट भी किया है। जिसमें उन्होंने लिखा, कल बिहार के अपने भाइयों और बहनों के बीच रहने का अवसर मिलेगा। सासाराम, गया और भागलपुर में रैलियों को संबोधित करूंगा। इस दौरान एनडीए के विकास के एजेंडे को जनता-जनार्दन के सामने रखूंगा और उनसे अपने गठबंधन के लिए आशीर्वाद मांगूंगा। बता दें कि पीएम मोदी के सभा स्थल के इर्द गिर्द मौजूद रिहायशी इलाके के मकानों और इमारतों की भी विशेष निगरानी कराई जा रही है। उन इलाके के मकानों या इमारतों की छत का इस्तेमाल कर आतंकी स्नाइपर राइफल का प्रयोग न कर सके इसपर भी नजर रखी जा रही है। इसके लिए व्यू कटर भी प्रयोग किया जा रहा है, जो मंच के करीब लगाया गया है। साथ ही मंच पर जाने वाले नेताओं और आस-पास तैनात अधिकारियों का कोरोना टेस्ट हुआ, जिनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई है।

एसपीजी की सहमति पर ही मंच पर जा पाएंगे नेता
कार्यक्रम स्थल पर मंच तक इस बार पहुंचने के पहले कई तरह की जांच से महत्वपूर्ण नेताओं को भी गुजरना होगा। एसपीजी की सहमति और एसपीजी अधिकारियों की सहमति से जारी पास वाले ही डी-एरिया में प्रवेश पा सकेंगे। सुरक्षा कारणों और वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए सभी तरह की एहतियाती सतर्कता बरती जा रही है। 

इनसे है पीएम को खतरा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री को लश्कर-ए-तैयबा, अलकायदा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, अल-उमर-मुजाहिदीन, हरकत-उल-जिहाद-ए-नेपाल, खालिस्तान टाइगर फोर्स, अंतरराष्ट्रीय सिख युवा फेडरेशन और नक्सली संगठनों से खतरा बना हुआ है। 

ऐसी होगी पीएम सुरक्षा
पीएम की सुरक्षा में सभी सभा स्थल पर सात आइपीएस और चार डीएसपी भी लगाए हैं। 12 जिलों के 113 पुलिस पदाधिकारी चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। दंगा नियंत्रण के लिए बीएमपी की 7 प्रकार की कंपनियां लगाई गई है, जिनमें महिला और पुरुष जवान शामिल हैं। स्पेशल ब्रांच की टीम लैंड माइंस डिटेक्टर, बैग स्कैनर, हैंड मेटल डिटेक्टर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर समेत अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस रहेगी।
 

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