मुकेश साहनी ने आरोप लगाते हुए कहा- बिस्कोमान में आरजेडी की दुकान खुल चुकी है और वहां से टिकट का सौदा हो रहा है।तेजस्वी ने निषाद समाज को धोखा दिया है। विरासत में धन मिल सकता है, राजनीति नहीं मिलनी चाहिए। जिसमें दम होगा, उसी को सत्ता मिलनी चाहिए।
पटना (Bihar )। महागठबंधन से नाराज होकर अलग हुई विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को बिहार में अपने नये साथी की तलाश है। आज मीडिया से बातीचत में वीआईपी के प्रमुख मुकेश साहनी ने कहा मेरी उपेंद्र कुशवाहा से बात हो रही है और लोगों से भी बात चल रही है। मैं चिराग पासवान के साथ भी जा सकता हूं। कल तक सारी स्थिति साफ कर दूंगा कि पार्टी 243 सीट पर चुनाव लड़ेगी या गठबंधन करेगी। साहनी ने जहां लालू की तारीफ की वहीं, यह भी कहा कि तेजस्वी खुद के अपने बड़े भाई तेजप्र ताप यादव से नफरत है।
तेज प्रताप को बदनाम कर रहे तेजस्वी
मुकेश साहनी ने एक तीर से दो कई निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने परिवार का नहीं हो सकता है, वह पूरे बिहार के युवाओं का क्या होगा। तेज प्रताप को उनके परिवार के लोग ही बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने तेज प्रताप का आरजेडी में नेतृत्व हुआ तो मैं भविष्य में उनके साथ राजनीति करूंगा। साहनी ने यह भी कहा कि तेजस्वी कल कह रहे थे कि मैं ठेठ बिहारी हूं, मेरा डीएनए साफ है, लेकिन उनका डीएनए पता चल गया। अपने भाई को तरसा रहे हैं, जबकि पूरी पार्टी पर उनका हक है।
कन्हैया और चिराग से भी नफरत करते हैं तेजस्वी
साहनी ने कहा कि सन ऑफ मल्लाह किसी के पीछे चलने वाला नहीं है। उन्होंने (तेजस्वी) मुझे बड़ा भाई कहा। मैं भी उन्हें छोटा भाई मानता था। उनको मैं सीएम बनाना चाहता था। लेकिन, तेजस्वी बिहार के युवाओं से कोई मतलब नहीं रखना चाहते हैं, उनको कन्हैया और चिराग पासवान से नफरत है। सारी बातें 2 दिन पहले तय हो चुकी थीं, लेकिन उन्होंने मुझे अंधेरे में रखा।
उपेंद्र मांझी और खुद लेकर कही ये बातें
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि जीतन राम मांझी की भी तेजस्वी यादव ने बेइज्जती की। उपेंद्र कुशवाहा के साथ भी उन्होंने धोखा किया, धक्का मार के गठबंधन से बाहर किया। मेरे साथ भी षड्यंत्र रचा गया।
टिकट का सौदा कर रही आरजेडी
मुकेश साहनी ने आरोप लगाते हुए कहा- बिस्कोमान में आरजेडी की दुकान खुल चुकी है और वहां से टिकट का सौदा हो रहा है।तेजस्वी ने निषाद समाज को धोखा दिया है। विरासत में धन मिल सकता है, राजनीति नहीं मिलनी चाहिए। जिसमें दम होगा, उसी को सत्ता मिलनी चाहिए।