एग्जिट पोल से अलग है BJP का दावा, शाहनवाज हुसैन बोले- भारी बहुमत से बिहार में फिर NDA सरकार

पार्टियां फाइनल नतीजों से पहले अलग-अलग दावे कर रही हैं। बीजेपी ने दावा किया है कि फाइनल नतीजों में एग्जिट पोल्स के अनुमान ध्वस्त साबित होंगे और एक बार फिर से बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 9, 2020 1:04 PM IST

पटना। 243 विधानसभा सीटों पर तीन चरण में चुनाव के बाद कल यानी 10 नवंबर को फाइनल नतीजे आएंगे। उससे पहले टीवी चैनल्स के अलग-अलग एग्जिट पोल्स सामने आ चुके हैं। इनमें से कुछ में महागठबंधन को आगे जबकि कुछ में कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया गया है। हालांकि पार्टियां फाइनल नतीजों से पहले अलग-अलग दावे कर रही हैं। बीजेपी ने दावा किया है कि फाइनल नतीजों में एग्जिट पोल्स के अनुमान ध्वस्त साबित होंगे और एक बार फिर से बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। 

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बहुमत के साथ सरकार बनेगी। शाहनवाज हुसैन ने कहा, "बिहार में चुनाव के बाद एक बात तय है कि जनता के बीच पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार को लेकर खासा उत्साह रहा। मतदाताओं ने एनडीए के पक्ष में बड़ी संख्या में मतदान भी किया।" 

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हुसैन ने दिया पुराना उदाहरण 
शाहनवाज हुसैन ने दावा किया, "10 नवंबर को दोपहर 12 बजे तक यह साफ हो जाएगा कि बिहार में भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री पद की कमान संभालेंगे।'' 2015 के एग्जिट पोल का उदाहरण देते हुए हुसैन ने कहा कि उस समय बीजेपी की सरकार बन जाने का दावा हुआ था। लेकिन एक्चुअल नतीजे इससे बिलकुल अलग थे। 2015 में जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि सरकार बनाने के कुछ महीनों बाद नीतीश कुमार बीजेपी के साथ एनडीए में शामिल हो गए थे। 

बीजेपी को फायदा, एनडीए को नुकसान 
यह भी बताते चलें कि एग्जिट पोल्स में आरजेडी के बाद दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में बीजेपी सामने आई है। हालांकि जेडीयू के काफी पिछड़ने की वजह से एनडीए को नुकसान पहुंच रहा है। बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत पड़ेगी। एनडीए और महागठबंधन क्के बीच मुख्य मुक़ाबला है। दोनों गठबंधनों ने सभी सीटों पर उम्मीदवार दिए हैं। इन दोनों के अलावा चार और गठबंधन बिहार की सत्ता की रेस में हैं। जबकि चिरगा पासवान की एलजेपी अकेले ही मैदान में है।

(फोटो: लालकृष्ण आडवाणी के साथ शाहनवाज़ हुसैन)

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