आय से अधिक संपत्ति का मामला उठाते हुए डिप्टी सीएम ने पांच सवाल में पूछा कि कोई काम धंधा किए बिना किस तरह तेजस्वी यादव करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं।
पटना। बीजेपी के दिग्गज नेता और बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव के छोटे बेटे और महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव को जंगलराज का युवराज करार दिया है। आय से अधिक संपत्ति का मामला उठाते हुए डिप्टी सीएम ने लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए हैं। सुशील मोदी ने पांच सवाल पूछा कि कोई काम धंधा किए बिना किस तरह तेजस्वी यादव करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं।
#1. आरजेडी की राजनीति के पीछे कालेधन की फंडिंग
सुशील मोदी ने पूछा- "जंगलराज के युवराज आज न यह बता रहे हैं कि 10 लाख लोगों को एक झटके में नौकरी देने के लिए 58 हजार करोड़ रुपये कहां से लाएंगे। न वे यह बता पाए कि पटना में 7 लाख 66 हजार वर्गफीट कीमती भूमि पर ‘बिहार का सबसे बड़ा मॉल' बनवाने के लिए 750 करोड़ रुपये कहां से लाए? राजद की राजनीति पूरी तरह कालेधन की फंडिंग से चलती है।"
#2. 15 मंजिला मॉल बनाने की संपत्ति कहां से आई
सुशील मोदी ने पूछा- "तेजस्वी प्रसाद यादव ने न मैट्रिक पास किया, न कोई व्यापार किया और न लाखों रुपये के पैकेज वाली कोई नौकरी ही की। फिर गरीबों के युवा मसीहा के पास इतना धन कहां से आया कि वे 15 मंजिला मॉल में 1,000 दुकानें, शॉपिंग मॉल्स, मल्टीप्लेक्स और फाइव स्टार होटल बनवा रहे थे?
#3. जांच के बाद ईडी ने क्यों रोका निर्माण
सुशील मोदी ने पूछा- "क्या यह सच नहीं कि पटना की जिस जमीन पर युवराज का महा मॉल बन रहा था, उसे जंगलराज के राजा ने 2004 में रेलमंत्री बनते ही आईआरसीटीसी होटल घोटाला के जरिए हासिल किया था? वे जनता को बताएं कि मॉल को जांच के बाद ईडी ने क्यों जब्त कर निर्माण रोक दिया?"
#4. होटल लीज पर देकर हथियाई संपत्ति
सुशील मोदी ने पूछा- "केंद्र की यूपीए सरकार के रेलमंत्री लालू प्रसाद ने रेलवे के रांची और पुरी के दो होटलों को हर्ष कोचर की कंपनी को 15 साल के लिए लीज पर देने के एवज में राजद के सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग के जरिए हथिया ली थी। क्या बिहार की जनता से वोट मांगने से पहले यह बताया नहीं जाना चाहिए?"
#5. कैसे हथिया ली 94 करोड़ की कंपनी
सुशील मोदी ने पूछा- "युवराज आज अगर चार्टर प्लेन में बर्थडे केक काट कर गरीबों की राजनीति कर रहे हैं, तो जनता को क्यों नहीं बताते कि उन्होंने मात्र 64 लाख रुपये में डिलाइट कंपनी के करोड़ों रुपये मूल्य के सारे शेयर कैसे अपने और माताजी के नाम कर 94 करोड़ रुपये बाजार मूल्य की जमीन हथिया ली थी? क्या वे फर्जीबाड़ा से गरीबी-बेरोजगारी दूर करने वाला मॉडल थोपना चाहते हैं? क्या बिहार की जनता से वोट मांगने से पहले यह बताया नहीं जाना चाहिए?"
बताते चलें कि कोरोना से ठीक होने के बाद सुशील मोदी बिहार में एक बार फिर से चुनावी अभियान में जुट गए हैं। आज उन्होंने सीतामढ़ी जिले में एनडीए प्रत्याशी डॉ. मिथिलेश कुमार के पक्ष में रोड शो भी किया। सुमो ने रोड शो की तस्वीरें ट्विटर पर साझा की हैं।