फिल्म की जानकारी देते हुए राहुल गांधी ने कहा- "बिहार की जनता बदलाव चाहती है और महागठबंधन उन्हें बेहतर कल के लिए आश्वस्त करता है।"
पटना। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में अपने विधानसभा चुनाव कैम्पेन के अनुभव पर एक फिल्म जारी की है। ये फिल्म यूट्यूब पर जारी हुई है। फिल्म की जानकारी देते हुए राहुल ने कहा- "बिहार की जनता बदलाव चाहती है और महागठबंधन उन्हें बेहतर कल के लिए आश्वस्त करता है। बिहार चुनाव अभियान के दौरान मेरे अनुभवों पर एक फिल्म मेरे YouTube चैनल पर रिलीज़ की गई है।"
लोगों से अपील करते हुए राहुल ने कहा- "उसी फिल्म का एक छोटा प्रोमो यहां साझा कर रहा हूं। आइए, आप भी इस यात्रा का हिस्सा बनिए।" 11 मिनट 50 सेकेंड की फिल्म दरअसल, अबतक राहुल गांधी के बिहार चुनाव के अभियान पर आधारित है। इसमें रैलियों से पीछे की भी चीजें नजर आती हैं। अब तक बिहार अभियान के दौरान राहुल के भाषणों के अंश का इस्तेमाल फिल्म में हुआ है।
हेलिकॉप्टर में क्या करते दिखे राहुल?
रैली पर निकालने से पहले हेलिकॉप्टर में राहुल गांधी की सामान्य बातचीत को भी दिखाया गया है। वो अखबार पढ़ते नजर आते हैं, दूसरी चीजों पर भी बात करते हैं। वो बिहार में कोरोना को लेकर राज्य प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के साथ बात करते नजर आते हैं। राहुल उनसे पूछते हैं कि कोरोना फैल रहा है, लोग मास्क लगा रहे हैं कि नहीं? शक्ति उन्हें बताते हैं- फैल रहा है और लोग खुद ठीक हो जा रहे हैं। लोग बात करने के लिए मास्क उतार दे रहे हैं।
रैलियों के पीछे की बातें
फिल्म में लोगों का हुजूम, मंच की ओर जाते राहुल गांधी दिखते हैं। बिहार में राहुल के उन भाषणों को शामिल किया गया है जिसमें वो पीएम नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाते हैं। एक जगह वो लॉकडाउन के फैसले की आलोचना करते हैं। राहुल दावा करते हैं- मैं बिहार के जितने मजदूरों से मिला उनका यही कहना है कि अगर पीएम को लॉकडाउन करना ही था तो हमें एक दो दिन का समय क्यों नहीं दिया। हम ट्रेनों से अपने घर चले आते। इतने झटके से क्यों किया गया।
मोदी-नीतीश पर निशाना
राहुल नोटबंदी और लॉकडाउन के फैसले की आलोचना करते हैं और दावा करते हैं कि इनका एक ही लक्ष्य है। छोटे किसान, मजदूरों और मंझोले व्यापारियों के धंधे को नष्ट करने का लक्ष्य। यह आरोप भी लगाते हैं कि देश के सबसे अमीरों के कर्ज माफ किए गए उन्हें टैक्स में छूट दी गई। एक जगह आरोप लगाया कि लॉकडाउन में लाखों लोगों का धंधा खत्म हो गया जो हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था चलाते हैं। नीतीश पर आरोप लगाया कि बिहार में यह काम बहुत पहले शुरू हो गया था। बिहार में एमएसपी सिस्टम को लेकर कहा कि यहां इसे पहले ही खत्म कर दिया गया।