अब लाल झंडे में वजूद तलाश रही आरजेडी-कांग्रेस, माले को लेकर JDU ने महागठबंधन पर किया तीखा हमला

जेडीयू ने महागठबंधन के स्वरूप और आरजेडी-कांग्रेस  के राजनीतिक अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि आरजेडी और कांग्रेस अब उस लाल झंडे के नीचे अपना वजूद तलाश रही हैं जिसका बिहार में कई नरसंहारों में हाथ रहा।

Asianet News Hindi | Published : Nov 4, 2020 7:41 AM IST

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे फेज की वोटिंग से पहले जेडीयू ने महागठबंधन के स्वरूप और आरजेडी-कांग्रेस  के राजनीतिक अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि बिहार में राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की जद्दोजहद में आरजेडी और कांग्रेस अब उस लाल झंडे के नीचे अपना वजूद तलाश रही हैं जिस पर बिहार में कई नरसंहारों में हाथ रहा। जेडीयू के वरिष्ठ नेता ललन पासवान ने कहा- "जनतंत्र में बोली चलती है गोली नहीं चलती है। मरी हुई कांग्रेस आज दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से लाल झंडे के नीचे अपने आप को जिंदा करने चली है।" 

महागठबंधन के स्वरूप और आरजेडी कांग्रेस की राजनीतिक विचारधारा पर सवाल उतारे हुए जेडीयू नेता ने कहा- "सीपीआई माले जैसे सभी दलों का साथ आरजेडी को मिला है। ये वही पार्टियां हैं जो बिहार में बंदूकों की पूजा करती थीं। बहु-बेटियों की आबरू के साथ दिन दहाड़े खिलवाड़ हुआ करता था।" पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ललन पासवान ने सवाल पूछा- "अरे भई जब अपराध हुआ था बाथे, लक्ष्मणपुर, बथानी में, जनसंहार हुआ था तो इसे आप भुलवा थोड़ी न सकते हैं। फोटो हटा देने से कोई भूल जाएगा क्या?"

लालू परिवार पर हमला 
लालू यादव परिवार पर निशाना साधते हुए कहा- "इनके परिवार की क्या विरासत रही है? हत्या, रंगदारी, अपराध, अराजकता और जातिवाद तो इसको कोई भूल सकता है। रोजगार की बात करते फिर रहे हैं कुछ लोग। अपने कार्यकाल में कहां थे? दे दिए होते। तब दिया नहीं गया अब झूठ बोलकर लोगों को बरगला रहे हैं। जिस जहानाबाद में दूध की नदियां बहती थीं आरजेडी कांग्रेस के राज में उस जहानाबाद में खून की नदियां बहने लगीं। लगातार नरसंहार हो रहे थे। हर जाति हर वर्ग के लोग नक्सलियों द्वारा मारे जा रहे थे।" 

जेडीयू नेता का दावा- नीतीश राज में बदला बिहार 
जेडीयू नेता ने बुद्ध, नालंदा, गांधीजी की कर्मभूमि, महावीर और आम्रपाली के गणतंत्र को बिहार की विरासत बताते हुए कहा- "नीतीश कुमार जी के आने के बाद सभी नक्सल दल भी खत्म हुए। सुशासन राज भी आया। लोगों ने बंदूक छोड़कर कलम उठाना शुरू किया। अब कोई भी आरजेडी कांग्रेस के बहकावे में नहीं आने वाला।"  बताते चलें कि आरजेडी पटना कार्यालय में रोजाना प्रेस कोण कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर निशाना साध रही है। पार्टी ने लालू के जंगलवार पर फुलवरिया टू होटवार नाम की वेबसाइट भी लॉन्च की है। इसमें लालू राबड़ी राज में बिहार में हुए नरसंहारों का ब्यौरा और बदहाल बिहार के आंकड़े प्रस्तुत करने का दावा किया गया है। 

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