RJD के अपहरण उद्योग को लेकर जीतनराम मांझी ने सुनाया किस्सा, बोले- चुनौती की तरह लें 2020 का चुनाव

गया जिले की टेकारी विधानसभा की रैली में जीतनराम मांझी ने आरजेडी (RJD) शासनकाल के कथित जंगलराज और अपहरण उद्योग को लेकर किस्सा सुनाया। 

पटना। हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा (HAM) के चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jeetanram Manjhi) भी एनडीए (NDA) के पक्ष में चुनावी सभाएं कर रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की मौजूदगी में सहयोगी दल जेडीयू (JDU) के साथ गया जिले की टेकारी विधानसभा की रैली में मांझी ने आरजेडी (RJD) शासनकाल के कथित जंगलराज और अपहरण उद्योग को लेकर किस्सा सुनाया। 

मांझी ने कहा- " मैं नीतीश कुमार जी को ही आगे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता हूं। मुझे आप लोगों पर भरोसा है कि आपसब मिलकर नीतीश जी को ही मुख्यमंत्री बनाएंगे।" 2005 से पहले लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल में  अपहरण उद्योग को किस तरह सरकार का संरक्षण मिला था इसका जिक्र करते हुए मांझी ने दावा किया, "आपको पता है पहले बिहार में इंजीनियर, डॉक्टरों का अपहरण होता था। लोग मुख्यमंत्री के पास जाते तो अपहरण करने वाले को बुलाया जाता और बोल देते कि लड़का लोग भूखा है कुछ खाने के लिए दे दो।" 

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चुनाव को बताया चुनौती 
मांझी ने कहा कि 2020 का चुनाव बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा- "हमे, आप सब लोगों को 2020 के चुनाव को एक चुनौती के रूप में लेना है। एक ओर वो (महागठबंधन)  हैं जो दुर्गंध फैला कर जनता को बहकाना चाहते हैं और दूसरी ओर अपने विकास कार्यों के बल पर हम सभी चुनाव लड़ रहे हैं। लोग नौकरी देंगे? अपहरण उद्योग चालू करेंगे जो 2005 से पहले चलता था।" 

एनडीए में शामिल हैं ये चार दल 
बताते चलें कि एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, वीआईपी और हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा शामिल हैं। गठबंधन सभी सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। मांझी जेडीयू कोटे से एनडीए मेन हैं जबकि वीआईपी, बीजेपी कोटे से है।  

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