हसनपुर से तेजप्रताप यादव का नामांकन, बड़े भैया के क्षेत्र से तेजस्वी ने शुरू किया चुनावी अभियान

तेजप्रताप के नामांकन में छोटे भाई और मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव के साथ नामांकन करने पहुंचे। नामांकन के साथ तेजस्वी का चुनावी अभियान शुरू हो गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 13, 2020 5:57 AM IST / Updated: Oct 13 2020, 04:20 PM IST

पटना। इस बार बिहार में हसनपुर विधानसभा सीट सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है। यहां से राज्य के पूर्व हेल्थ मिनिस्टर और आरजेडी चीफ लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव महागठबंधन की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। आज छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में नामांकन किया। नामांकन के लिए बड़ी संख्या में आरजेडी के कार्यकर्ता जुटे हैं। 

हसनपुर पहुंच कर तेजप्रताप ने कई ट्वीट किए। एक ट्वीट में कुछ तस्वीरों के साथ तेजप्रताप ने लिखा- "बिहार के भावी मुख्यमंत्री भाई तेजस्वी (अर्जुन) को साथ लेकर 140 - हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दर्ज कराने के लिए पहुंच चुका हूं।"

तेजस्वी ने क्या कहा?
इससे पहले बक्सर की घटना के बहाने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला भी बोला। तेजस्वी ने कहा- "नीतीश के 15 साल के शासन में बक्सर जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। मुज़फ्फ़रपुर शेल्टर केस में भी पुलिस ने दोषियों को संरक्षण दिया। बक्सर मामले में कार्यवाही में देरी हो रही है।" तेजस्वी ने यह भी कहा कि नीतीश ने जब से बीजेपी के साथ मिलकर चोर दरवाजे से सत्ता हासिल की है राज्य में लूट और बलात्कार की घटनाएं बढ़ गई हैं।" 
 

तेजप्रताप ने बदल ली है सीट 
2020 के बदले राजनीतिक हालात में इस बार तेजप्रताप ने अपनी सीट चेंज कर ली है। यहां मौजूदा सीटिंग विधायक राजकुमार राय से उनका सीधा मुक़ाबला होगा। 2015 में तेज महुआ विधानसभा से चुनाव जीते थे। ये उनका पहला चुनाव भी था। उस दौरान आरजेडी ने जेडीयू और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था। महागठबंधन ने बहुमत हासिल कर सरकार भी बनाई थी। हालांकि मतभेदों की वजह से बाद में नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ सरकार बना ली। 

क्यों बदली सीट? 
माना जा रहा है कि सारण की सीट तेजप्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ हुए विवाद के बाद चेंज कर ली। हालांकि पार्टी का दावा है कि जनता की मांग पर ये बदलाव हुआ है। तेजप्रताप ने पत्नी से तलाक की अर्जी दी है। दोनों के रिश्ते खराब होने के बाद दोनों परिवारों के संबंध भी बेहद नाजुक दौर में है। दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ऐश्वर्या के पिता पहले आरजेडी में ही थे लेकिन चुनाव से ठीक पहले जेडीयू में शामिल हो गए थे। कहा जा रहा था कि जेडीयू, ऐश्वर्या को महुआ में तेजप्रताप के खिलाफ उम्मीदवार भी बना सकता है।  

Share this article
click me!