बिहार में जो नेता शराब की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया वो कोई और नहीं एनडीए में शामिल रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का सीतामढ़ी जिले की युवा इकाई का जिलाध्यक्ष है।
सीतामढ़ी/पटना। बिहार में 243 सीटों पर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां अपने चेहरे को चमकाने की कोशिश कर रही हैं। अपराध और भ्रष्टाचार की अभी से जमकर खिलाफत भी कर रही हैं। यह राज्य में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी है। लेकिन सीतामढ़ी जिले में एक पार्टी का दिग्गज पदाधिकारी शराब का तस्कर निकला। ठीक चुनाव से पहले ये नेता पुलिस के हत्थे चढ़ा और इसके पीछे की पूरी कहानी सामने आई है।
जो नेता शराब की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया वो कोई और नहीं एनडीए में शामिल रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का सीतामढ़ी जिले की युवा इकाई का जिलाध्यक्ष है। नेता जी के सात सहयोगी भी काले कारनामे में पकड़े गए हैं। पुलिस के मुताबिक पकड़े जाने के बाद सभी अपना नाम और पता गलत बता रहे थे।
मामले के पीछे सफेदपोश लोग
सभी भारत-नेपाल सीमा पर शराब की तस्करी के काम में शामिल थे। यह भी कहा जा रहा है कि तस्करी में और सफेदपोश नेता शामिल हो सकते हैं। पकड़े गए आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। 2015 में सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दी थी।
कई लीटर शराब बरामद
मामले में एलजेपी के युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मनीष कुमार के पास से 224 लीटर शराब, फोर व्हीलर, दो मोटरसाइकिल भी पकड़ा गया है। नेताजी से पूछताछ की गई है। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने माना है कि शराब तस्करी के पीछे एक बड़ा गैंग है जिसमें कई बड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं।
(प्रतीकात्मक फोटो)