कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाए कि कोरोना महामारी में मोदी ने बेमतलब की तमाम चीजें करवाईं, मगर जनता के हित में कोई ठोस फैसला नहीं ले पाए। लॉकडाउन लगाने के फैसले को भी बिना तैयारी का बताया।
कटिहार/किशनगंज/पटना। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज बिहार में पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे। महागठबंधन के लिए कटिहार की रैली में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाए कि कोरोना महामारी में मोदी ने बेमतलब की तमाम चीजें की और करवाईं, मगर जनता के हित में कोई ठोस फैसला नहीं ले पाए। राहुल गांधी ने लॉकडाउन लगाने के फैसले को बिना तैयारी का फैसला बताया और कहा कि इसकी मार सबसे ज्यादा मजदूरों पर पड़ी।
कटिहार में राहुल ने कहा- "नरेंद्र मोदी ने कोरोना से लड़ाई के लिए पहले घंटी बजवाई फिर मोबाइल की बत्ती जलवाई। ये सब काम किए गए मगर कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया। अचानक लॉकडाउन लगाने की घोषणा ने बिहार के लाखों मजदूरों को वापस पैदल ही अपने घर आने को मजबूर किया।"
गरीब मजदूरों की नहीं हुई मदद
कांग्रेस नेता ने कोरोना संकट में एनडीए सरकार पर गरीब मजदूरों की कोई मदद ना करने का आरोप लगाया। यह भी कहा कि नीतीश कुमार के राज में बिहार को लूटने का काम हुआ। उन्होंने कहा- "नरेंद्र मोदी ने मजदूरों की कोई मदद नहीं की। अब विधानसभा चुनाव में बिहार के लोग एनडीए सरकार को जवाब देंगे।"
जनता सिखाएगी सबक
राहुल गांधी ने नोटबंदी और लॉकडाउन को मोदी सरकार का गलत फैसला बताया और कहा कि बिना सोचे बिचारे निर्णय लिए गए जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। केंद्र सरकार को गरीब विरोधी बताते हुए कहा कि पीएम मोदी ने बड़े उद्योगपतियों के हित में काम किया। उनका कर्ज माफ किया। गरीब जनता को उनके भाग्य के सहारे अकेला छोड़ दिया गया। बिहार में 15 साल लूट का शासन है। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जनता ने इस बार एनडीए को सबक सिखाने का मूड बना लिया है।