तेजस्वी ने कहा कि नीतीश, एलजेपी नेता चिराग पासवान का राजनीतिक करियर ही खत्म करना चाहते हैं। ये पहला मौका है जब पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने एनडीए के अंदर की राजनीति को लेकर इस तरह का बयान दिया है।
पटना। बिहार में 243 विधानसभा सीटों के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष और महागठबंधन का चेहरा बने तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाया है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश, एलजेपी नेता चिराग पासवान का राजनीतिक करियर ही खत्म करना चाहते हैं। ये पहला मौका है जब पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने एनडीए के अंदर की राजनीति को लेकर इस तरह का बयान दिया है।
आज जेडीयू चीफ की पहली वर्चुअल रैली पर 10 सवाल पूछने के बाद तेजस्वी ने कहा, "नीतीश, जीतनराम मांझी से लगातार बयानबाजी करा रहे हैं। पोस्टर जारी करा रहे हैं। यह सबकुछ चिराग का राजनीतिक करियर खत्म करने के लिए है।" उन्होंने यह दावा भी किया, "बिहार में नीतीश कुमार कोई फैक्टर नहीं हैं। लड़ाई सिर्फ बीजेपी से है। अकेले चुनाव लड़ने पर जेडीयू की जमानत जब्त हो जाएगी। अकेले लड़कर वो देख भी चुके हैं।"
इस वजह से चिराग-नीतीश में नहीं बन पा रही बात
सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए में जेडीयू और एलजेपी के बीच तनातनी है। दोनों ओर से लगातार बयानबाजी की जा रही है। इस बीच एलजेपी पर दबाव बनाने के लिए नीतीश कुमार, महादलित नेता और हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा के चीफ जीतनराम मांझी को एनडीए में लेकर आए हैं। चिराग, मांझी के आने से भी परेशान बताए जा रहे हैं। बीजेपी के दिग्गज नेता एलजेपी और जेडीयू विवाद को शांत कराने की कोशिश में हैं। लेकिन दोनों दलों की रार बढ़ती ही जा रही है।
आरएलएसपी ने भी निकाली भड़ास
उधर, महागठबंधन में शामिल उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी ने भी नीतीश की वर्चुअल रैली पर जमकर भड़ास निकाली। पार्टी ने कहा, "जेडीयू की वर्चुअल रैली में बिहार के मुद्दे ही गायब थे। जनता ने भी रैली को नकार दिया। 10 हजार लोग भी रैली से नहीं जुड़े।" महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने भी अपने अभियान "बिहार क्रांति वर्चुअल महासम्मेलन" की आज शुरुआत की। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने कहा कि बिहार अब बदलाव के लिए पूरी तरह से शामिल है। जनता अपने अपमान का बदला लेगी।
विकास नहीं, जुमलेबाजी
अविनाश ने कहा, "राज्य में बस जुमलों की बरसात हो रही है। कहीं कोई विकास नहीं दिख रहा है। नीतीश सरकार में कुशासन से हर कोई परेशान है। लेकिन लगता है कि इन सब चीजों का सरकार पर कोई फर्क ही नहीं पड़ता है।" वर्चुअल महासम्मेलन को कांग्रेस के दूसरे दिग्गज नेताओं ने भी संबोधित किया।