क्वारेंटाइन सेंटर में भोजन-पानी की व्यवस्था नहीं, गार्ड को धमकाया, कमरे का ताला तोड़ा और फरार हुए 20 लोग

लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को 21 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। सरकार का दावा है कि क्वारेंटाइन सेंटर में भोजन, पानी, बिजली, पेयजल सहित अन्य सभी सुविधाएं है। लेकिन जमीनी हकीकत में क्वारेंटाइन सेंटरों पर इन सुविधाओं का घोर अभाव है। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 5, 2020 5:24 AM IST

कटिहार। बाहर से लाए गए प्रवासी छात्र-मजदूर सहित अन्य लोगों को कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार ने 21 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखने की व्यवस्था की है। सरकार का दावा है कि क्वारेंटाइन सेंटर पर सभी बुनियादी सुविधाएं की गई है। लेकिन बिहार के कटिहार जिले से सरकारी दावों की पोल खोलती एक घटना सामने आई है। कटिहार के ऋषि भवन क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने भोजन-पानी नहीं मिलने की बात कहते हुए जमकर हंगामा किया। कमरे का ताला तोड़ सुरक्षा गार्ड को धक्का देते हुए करीब 20 लोग फरार हो गए हैं। 

तेजस्वी ने ट्विटर पर उठाए सवाल
क्वारेंटाइन सेंटर पर हुए हंगामे और लोगों के भागने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वीडियो को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि बिहार के क्वॉरेंटाइन केंद्रों की ऐसी दयनीय स्थिति है कि वहां कोई रुकना नहीं चाहता। खाने-पीने की चीजों का घोर अभाव है। यह वीडियो कटिहार के क्वारेंटाइन सेंटर का है जहां से मजदूर भाई परेशान होकर भाग गए। राजद कटिहार ने इस वीडियो को शेयर करते हुए नीतीश सरकार पर तंज कसा कि यही अत्याधुनिक इलाज कर नीतीश सरकार कोरोना पर विजय पाना चाहती है? कड़ी कार्यवाही हो! 

घनी आबादी के बीच बनाया गया क्वारेंटाइन सेंटर
दूसरी ओर प्रशासन भागे हुए लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई में जुटा है। कटिहार शहर में जैन भवन, अग्रसेन भवन और ऋषि भवन में तीन क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। तीनों भवनों में 200 के करीब बाहरी लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। न केवल क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग बल्कि आसपास के लोगों की भी यह शिकायत थी कि सेंटर में खाने-पीने की समुचित व्यवस्था नहीं है। चैंबर अध्यक्ष बिमल सिंह बेगानी ने इसकी शिकायत कटिहार सिविल सर्जन से सोमवार को की थी। लेकिन इसपर ध्यान नहीं दिया गया। दूसरी ओर आवासीय क्षेत्र में क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने से स्थानीय लोगों में भी नाराजगी है।

नाश्ता तो दूर दोपहर तक खाना नहीं मिला
ऋषि भवन क्वारेंटाइन सेंटर में 80 लोगों को रखा गया है। जिन्हें नाश्ता, चाय तो दूर दोपहर तक बजे तक खाना भी नहीं दिया गया। जिसके बाद हंगामा हुआ। हंगामा को रोकने के लिए और भूख से बेहाल लोगों के लिए आसपास के लोगों ने खाना पहुंचाया। यहां कई बच्चे भी क्वारेंटाइन हैं जिन्हें दूध भी पहुंचाया। इधर, क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों का हंगामा बढ़ता गया और लगभग 4 बजे तकरीबन 20 लोगों का एक जत्था सुरक्षा कर्मियों को धक्का देते हुए ताला तोड़कर भाग निकले। 

सभी थाने को किया गया अलर्ट, जल्द पकड़ें जाएंगे
मामले जिला कार्यक्रम प्रबंधक का कहना है कि अभी कितने लोग भागे हैं कहना मुश्किल है। उधर, ऋषि भवन में तैनात एक दंडाधिकारी ने भागने की बात और भोजन आदि नहीं मिलने की बात स्वीकारी है। वहीं अनुमंडल  पदाधिकारी नीरज कुमार ने कहा कि ऋषि भवन क्वारेंटाइन सेंटर से लगभग 15 से 20 लोग फरार हुए हैं। इस सेंटर में अधिकांश असम और बंगाल के लोग थे। इन लोगों की हिस्ट्री खंगाली जा रही है और सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है। निजी परिचालन बंद है और वे पैदल ही जाएंगे, इसलिए जल्द ही पकड़े जाएंगे।

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