लॉकडाउन के कारण बीते 47 दिनों से पटना में फंसे 27 बाराती दुल्हन के साथ विदा हुए। बताया जाता है कि कोलकाता के युवक की शादी 21 मार्च को थी। जिसके बाद से ये सभी लोग पटना के आलमगंज में फंस गए थे। अब जब लॉकडाउन में ढील मिली तो उनकी वापसी का रास्ता आसान हो सका।
पटना। बिहार में कोरोना का पहला मामला 22 मार्च को कतर से मुंगेर लौटे युवक में मिला था। इस युवक की मौत के बाद उसमें कोरोना की पुष्टि हुई थी। कोरोना की पुष्टि के बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में 23 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। लॉकडाउन के कारण बिहार की राजधानी पटना में एक दूल्हा 27 बाराती समेत फंस गया था। अब सभी 47 दिन बाद अब दुल्हन के साथ लौटे हैं। बारातियों के लौटने के बाद लड़की के परिवार वालों ने राहत की सांस ली है।
21 मार्च को हुई थी शादी, तभी से फंसे थे
जानकारी के अनुसार कोलकाता के मोहम्मद असलम की शादी 21 मार्च को पटना के आलमगंज में हुई थी। शादी के लिए मो. असलम और परिजन के साथ-साथ 27 बाराती कोलकाता से पटना आए थे। 21 मार्च की रात को बड़ी धूमधाम से शादी हुई। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू होने के कारण उस दिन सभी बाराती वापस नहीं जा सके। उसी दिन बिहार में कोरोना का पहला मामला सामने आया। जिसके बाद लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। इसके बाद बाराती वापस नहीं जा सके। अब जब लॉकडाउन में ढील दी गई तो दुल्हन के साथ सभी बाराती वापस कोलकाता रवाना हुए।
आवभगत में लड़कीवालों की हालत हुई खराब
बारातियों की रवानगी के बाद लड़की के घरवालों ने राहत की सांस ली है। बीते 47 दिनों से बारातियों के भोजन-पानी समेत अन्य सभी व्यवस्था करते-करते लड़की के परिवार वालों की हालत खराब हो गई थी। बाराती पक्ष के लोग भी बीते डेढ़ महीने से कैद थे। चाहकर भी वो लोग वापस नहीं जा पा रहे थे। लॉकडाउन के कारण शादी-विवाह के कई आयोजन को आगे स्थगित कर दिया गया। कई जगह से वीडियो क्रॉफ्रेसिंग के जरिए शादी संपन्न हुई। वहीं कई जगह से ऐसे भी मामले सामने आए जिसमें मात्र चार-पांच लोगों के साथ दूल्हे की शादी कराई गई।