कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान कभी भी भीड़ लगाने पर पाबंदी है। लॉकडाउन के कारण देश भर के मंदिर-मस्जिद बंद है। पूजा के साथ-साथ इबादत भी बंद है। लेकिन इस निर्देश को पालन कराने पर लोग हिंसक होकर मारपीट पर उतारू हो रहे हैं।
दरभंगा। लॉकडाउन के दौरान मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा करने पर पाबंदी है। सरकार, प्रशासन के साथ-साथ कई मुस्लिम धर्मगुरु भी नमाज के लिए भीड़ नहीं जुटाने की अपील कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद कुछ लोग हठधर्मिता का परिचय देते हुए न सिर्फ मस्जिद पहुंच रहे हैं बल्कि रोके जाने पर मस्जिद के कर्मचारी (मोअजिन) के साथ मार-पीट भी कर रहे हैं। ताजा मामला बिहार के दरभंगा जिले से सामने आया है। जहां शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद पहुंचे लोगों को रोकने पर मोअजिन व उसके पुत्र को बेरहमी से पीटा गया। नमाज पढ़ने आए लोगों के द्वारा मस्जिद पर पत्थरबाजी भी की गई। जिसमें तीन लोग घायल हो गए। मामले में मस्जिद के मोअजिन वलीउल्लाह खान के बयाव पर प्राथमिकी की गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
लॉकडाउन में सामूहिक नमाज पर है रोक
मामला दरभंगा के लहेरियासराय थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 29 स्थित मोहल्लाह फैजुल्लाह खां के खान साहब की डेयूडी मस्जिद की है। जहां जुमे की नमाज अदा करने को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। मामला लॉकडाउन के उल्लंघन करने का सामने आ रहा है। जिसमें नियम का उल्लंघन कुछ लोगों ने जबरन मस्जिद में नमाज पढ़ना चाहते थे। जिसका मस्जिद के मोअजिन ने विरोध किया और कहा मस्जिद में लॉकडाउन तक कोई भी नमाज भीड़ जमा कर नहीं होगी। वहीं, 3 से 4 लोगों की ही इजाजत प्रशासन की ओर से मिली है तो कैसे दर्जनों लोग जुमे की नमाज अदा कर सकते है। इसी को लेकर कहा-सुनी से हिंसक संघर्ष व रोड़ेबाजी में बदल गई।
प्राथमिकी दर्ज, मामले की छानबीन जारी
मस्जिद के कर्मचारी (अजान देने वाले) वलीउल्लाह खान ने उन्हें कहा-कोरोना के चलते सामूहिक नमाज अदा करने पर रोक लगाई गई है। इस पर लोग भड़क गए और मस्जिद पर पथराव करने लगे। वहां कुछ लोगों ने उपद्रवियों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे उनकी एक नहीं सुने। वलीउल्लाह खान को बचाने पहुंचे उनके पुत्र को भी पीटा गया और बीच-बचाव करने पहुंचे मो. फैजल को पत्थर मार कर जख्मी कर दिया। इस मामले में मो. राजू उर्फ रिजवान, शफान, हाजीबुल आदि को नामजद किया गया है। सूचना मिलते ही लहेरियासराय थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर तहकीकात करते हुए पीड़ित से आवेदन लिया गया। आरोपी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया गया।
प्रतीकात्मक तस्वीर