बिहार के बेगुसराय जिलें में सावन के दूसरे सोमवार 25 जुलाई के दिन एक दर्दनाक हादसा हुआ। जिसमें कुएं में गिरे तीन मासूम में से एक की मौत, 2 को गांव वालों ने निकाला। उनकी भी हालत गंभीर बनी हुई है।फूल तोड़ने के दौरान आवारा कुत्ते पड़ गए थे पीछे।
बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय में सावन के दूसरे सोमवार 25 जुलाई के दिन एक दर्दनाक हादसा हो गया,जिसमें 3 मासूम कुएं में गिर गए। दरअसल इन मासूमों को सोमवारी के लिए फूल तोड़ना महंगा पड़ गया। अंधेरे में फूल तोड़ने गए मासूम कुएं में गिर पड़े। हादसे में एक की मौत हो गई, वहीं दो बच्चों को लोगों ने बचा लिया। जानकारी के अनुसार, 3 बच्चे सावन के दूसरे सोमवार की पूजा के लिए फूल तोड़ने निकले थे। इसी दौरान आवारा कुत्तों के झुंड ने दौड़ा दिया। कुत्तों के झुंड से बचने के दौरान तीनों बच्चे कुए में जा गिरे। जब लोगों ने बच्चों को गिरते हुए देखा, तो उसके बाद उन्हें बचाने की कोशिश में कुएं में उतरे। स्थानीय लोगों की मदद से तीनों बच्चों को बाहर निकाला गया, जिसमें एक बच्ची की पानी में डूबने से मौत हो गई। तीनों बच्चों को बाहर निकालने के बाद उनकी पहचान की गई जिसमें पहसारा पश्चिमी निवासी संतोष तांती की 15 साल की बेटी नीलिमा कुमारी की मौत हो गई। वहीं 12 साल की रीता कुमारी और 15 साल के रामप्रीत स्थिति नाजुक बनी हुई है।
आवारा कुत्तों की वजह से हुआ हादसा
बता दे की हादसे का मुख्य कारण आवारा कुत्ते हैं। बच्चे सावन की पूजा के लिए फूल तोड़ने के लिए घर से निकले थे। जैसे ही तीनों बच्चे पहसारा पश्चिम गांव में पहुंचे, तो कुत्तों के झुंड ने बच्चों कोदौड़ाना शुरू कर दिया। कुत्तों से बचने के के लिए तीनों बच्चे भागने लगे और एक पुराने कुए में जा गिरे। आसपास के लोगों की नजर जब तीनों बच्चों पर पड़ी तो सीढ़ी लगाकर तीनों को बाहर निकाला गया। ग्रामीणों ने फौरन तीनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने नीलम को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पाकर नावकोठी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल में जुट गई है।
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