मामला मंसूरचक प्रखंड के यूको बैंक का है। कस्तूरी गांव निवासी मोहम्मद मतीन आलम की बेटी शवा तबस्सुम 12वीं में पढ़ती है और 10 फरवरी को बैंक में पैसा निकालने के लिए गई थी।
बेगूसराय। बिहार में भी हिजाब को लेकर विवाद (Hijab Controversy) गहरा गया है। बेगूसराय की एक बैंक में आई एक गर्ल्स स्टूडेंट से हिजाब उतारने के लिए कह दिया गया, जिसके बाद खूब बवाल हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। परिजन का आरोप था कि बैंक वालों ने पैसे देने से मना कर दिया था। उनका कहना था कि पहले हिजाब उतारो, तभी पैसे दे पाएंगे। छात्रा और उसके पिता ने बैंक वालों से बहस की।
अब बैंक के मैनेजर रितेश कुमार ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि कैशियर को लगा कि हस्ताक्षर में फर्क आ रहा है जिसकी वजह से उन्होंने लड़की को सिर्फ़ चेहरा दिखाने के लिए बोला कि हम आपकी पहचान करना चाहते हैं। हिजाब से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। बैंक बिना प्रूफ वैरिफाई किए पैसे नहीं निकाल सकता है।
यह है पूरा मामला
मामला मंसूरचक प्रखंड के यूको बैंक का है। कस्तूरी गांव निवासी मोहम्मद मतीन आलम की बेटी शवा तबस्सुम 12वीं में पढ़ती है और 10 फरवरी को बैंक में पैसा निकालने के लिए गई थी। छात्रा का कहना है कि उसने पहले निकासी फॉर्म भरा। जब उसका नंबर आया तो बैंक कैशियर ने कहा कि हिजाब हटाओ, तभी रुपया दिया जाएगा। लड़की ने विरोध किया और कहा कि हम हिजाब नहीं हटाएंगे। काफी विवाद के बाद भी पैसा नहीं दिया गया, लड़की ने अपने पिता और भाई को बुलाया, जिसके बाद विवाद हुआ और पैसा दे दिया।
पहले हिजाब पर कोई आपत्ति नहीं होती थी, अब परेशान किया
छात्रा का कहना था कि वह पहले भी हिजाब में पैसा निकालने के लिए गई थी, तब कोई आपत्ति नहीं हुई। लेकिन, इस बार बैंक में कहा गया कि हिजाब हटाने के बाद ही पैसा देंगे। वीडियो में लड़की बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगा रही है और कहती है कि वह हर महीने की तरह यूकाे बैंक में पैसा निकालने पहुंची थी। मगर, बैंक कर्मचारियों ने उसे हिजाब हटाने के बाद ही पैसे देने की बात कही। वह पहले भी हिजाब में ही निकासी करने आती थी और उसे पैसे दे दिए जाते थे।