आग की लपटों में काफी सामान जलकर राख हो गया और पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। आलम यह कि आसपास के लोग घरों को छोड़कर भागने लगे।
नवगछिया। भागलपुर का नवगछिया बाजार शुक्रवार को एक के बाद एक, दो दर्जन से अधिक धमाकों से दहल उठा। 21 सिलेंडरों में विस्फोट से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। आग की लपटों में काफी सामान जलकर राख हो गया और पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। आलम यह कि आसपास के लोग घरों को छोड़कर भागने लगे। धमाकों की सूचना के बाद नवगछिया में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। धमाकों की वजह का पता नहीं चल सका है। हालांकि, इसे अवैध रिफिलिंग बताया जा रहा है।
नोनियापट्टी के रामचंद्र साह के घर में विस्फोट
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर में नवगछिया के नोनियापट्टी में रामचंद्र साह के घर में रखे सिलेंडरों में अचानक आग पकड़ने के साथ विस्फोट होने लगा। विस्फोट के साथ देखते ही देखते पूरा घर आग की लपटों की चपेट में आ गया। आग आसपास के घरों को भी अपने लपेटे में लेने लगी। पहले घर के सदस्यों ने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग बुझने की बजाय फैलना शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रामचंद्र साह का चेहरा व दो अन्य लोगों भी झुलस गए।
इसी बीच पुलिस को भी सूचना किसी ने दे दी। पुलिस के आने के पहले ही रामचंद्र परिवार और बच्चों के साथ घर के जरूरी कागजात लेकर फरार हो गया। आग में उसके घर का सबकुछ जलकर राख हो गया। लोगों ने बताया कि घटना के दौरान कई सिलेंडर बगल में बह रही नदी में भी फेंक दिया गया।
पुलिस ने जब्त किया है 63 सिलेंडर
फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौका से 63 गैस सिलेंडर्स को बरामद किया है। मकान मालिक घर छोड़कर फरार है। पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में रखे थे सिलेंडर
पुलिस ने जिन 63 सिलेंडर्स को जब्त किया है वह कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय में रखे हुए थे। एसडीओ ने कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय के सीताराम महतो से सिलेंडर के विषय में जानकारी ली है। उन्होंने बताया कि कि अशोक महतो अपनी गाड़ी पर सिलेंडर लेकर आया और कहा कि आग लग गई है। यहां रखते हैं नहीं तो सब फट जाएगा। पूरा शहर बर्बाद हो जाएगा। वही रखकर गया है।
पहले भारत गैस एजेंसी में मुंशी था रामचन्द्र
रामचन्द्र साह पहले भारत गैस एजेंसी में मुंशी था। बताया जा रहा है कि इसी दौरान वह एजेंसी की मिलीभगत से सिलेंडर की कालाबाजारी करने लगा। लोगों के अनुसार वह अपने घर पर 200 से 300 सिलेंडर रखता था। यहीं से कालाबाजारी करता था। पुलिस पहले कई बार छापामारी कर चुकी है लेकिन हर बार महतो को छोड़ देती थी।
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