तेज प्रताप यादव ने कहा कि लालू यादव की आज जो हालत है उसके पीछे जगदानंद सिंह जिम्मेदार हैं। जिस दिन से जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष बने हैं पार्टी प्रदेश में कमजोर होती गई। वह ना तो पार्टि के विधायकों से मिलते हैं और ना ही जनता के बीच जाते हैं।
पटना. कई दिनों से RJD से नाराज चल रहे लालू प्रसाद यादव के बड़े तेजप्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी (RJD) पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने शनिवार को पटना के राजद कार्यालय पहुंचकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को जमकर खरी खोटी सुनाईं। तेज प्रताप ने तो इतना तक कह दिया कि आज लालू यादव की बीमारी की वजह भी जगदानंद सिंह है।
लालू की रिहाई के लिए जगदानंद सिंह ने नहीं दिया साथ
दरअसल, तेज प्रताप की नराजगी की वजह लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए जारी अभियान में जगदानंद सिंह का साथ ना मिलना बताया जा रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले तेज प्रताप ने अपने पिता लालू यादव के लिए एक 'आजादी पत्र' लिखने का अभियान चलाया था। बताया जा रहा है कि इस मुहिम में जगदानंद सिंह का साथ नहीं मिला।
प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिए लेना पड़ता है अपॉइंटमेंट
तेज प्रताप यादव ने कहा कि लालू यादव की आज जो हालत है उसके पीछे जगदानंद सिंह जिम्मेदार हैं। जिस दिन से जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष बने हैं पार्टी प्रदेश में कमजोर होती गई। वह ना तो पार्टि के विधायकों से मिलते हैं और ना ही जनता के बीच जाते हैं। अपनी ही पार्टी के नेता जगदानंद से नाराज हैं। उनसे मिलने के लिए RJD के नेताओं को अपॉइंटमेंट लेना पड़ रहा है। जिसके चलते पार्टी के कार्यकर्ताओं और सभी नेता उनसे नारज रहते हैं।
मेरा स्वागत भी नहीं होता: तेज प्रताप
तेज प्रताप ने कहा कि मैं RJD का माननीय विधायक हूं, जब मैं राजद के कार्यालय आया तो कोई मुझे रिसीव करने तक नहीं पहुंचा। जबकि इससे पहले रामचंद्र पूर्वे के समय ऐसा नहीं होता था। जब कभी भी हम पार्टी ऑफिस आते थे तो वह स्वागत के लिए गेट तक पहुंचते थे। इतना ही नहीं मैं जब कभी कोई कार्यक्रम करता हूं तो जगदानंद सिंह उस कार्यक्रम से दूरी बनाने लगते हैं।
पार्टी के अंदर बढ़ गई अंदरुनी कलह
तेज प्रताप के हमले के बाद जब मीडिया ने जगदानंद सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि यह उनका अंदरुनी मामला है। जिसे वह आपस में मिल बैठकर बात करके सुलझा लेंगे। हालांकि तेज प्रताप को लेकर वह कुछ भी बोलने से परहेज करते नजर आए। इस सबसे यह पता चलता है कि आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के अंदर कलह बढ़ गई है।