बिहार का जुगाड़; सरकार से नहीं मिला तो कोरोना से बचाव के लिए पुलिस ने बनाया जुगाड़ PPE सूट

स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए बिहार पुलिस ने खास किस्म का पीपीई सूट तैयार किया है। इस सूट को पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण को खतरे को कम किया जा सकता है। बिहार सरकार के मंत्री संजय कुमार झा ने ट्विट करते हुए इस सूट की तस्वीरें साझा की है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 9, 2020 10:00 AM IST

दरभंगा। कोरोना से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन में लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। लेकिन डॉक्टर, पुलिस सहित अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग जान जोखिम में डालकर अपने काम में डटे है। ऐसे लोग संक्रमित व्यक्ति के पास भी आते हैं साथ ही उन क्षेत्रों में भी जाते हैं जहां ये बीमारी फैल चुकी है। ऐसे में पुलिस और स्वस्थ्य कर्मियों की सुरक्षा का इंतजाम भी किया जा रहा है। बिहार सरकार  की ओर से अस्पातालों में एन 95 मास्क और पीपीई सूट की व्यवस्था की गई है। लेकिन जिस तेजी से बीमारी फैल रही है उसके मुकाबले राज्य के पास पीपीई सूट और अन्य आवश्यक उपकरणों की कमी है। ऐसे में सभी कर्मियों को पीपीई सूट दे पाना संभव नहीं हो पा रहा है। 

मंत्री संजय झा ने ट्वीट कर किया शेयर
ऐसे में बिहार पुलिस ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए देसी जुगाड़ से खास पीपीई सूट तैयार किया है। ये पीपीई सूट देखने में रेनकोट जैसा दिख रहा है। इसे पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बहुत हद तक कम जाता है। बिहार सरकार के वाटर रिसोर्स मिनिस्टर संजय कुमार झा ने ट्विट करते हुए पुलिस के बनाए इस पीपीई सूट की तस्वीरें साझा की है।

संजय झा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर मैथिली भाषा में लिखा है दरिभंगा आर किशनगंज मं जिला पुलिस सहज भेंटाए वाला समान सं एहन #PPESuit बनेला हन, जाहि सं हिनकर #कोरोना_वायरस केर संक्रमण सं सुरक्षा सुनिश्चित होएत। सरकार सब बेबस्था मं लागल अछि। अहाँ सब घर मं रहू, एतबे अनुरोध! 


राज्य में 51 हुई कोरोना के मरीजों की संख्या
बता दें कि बिहार में बीते दो दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ी है। बीते 24 घंटों में बिहार में कोरोना के 12 नए मरीज मिले है। अबतक राज्य में कोरोना के कुल 51 मामले सामने आ  चुके हैं। जिसमें एक की मौत हुई है। जबकि 15 मरीज ठीक होकर अपने-अपने घर भेजे जा चुके हैं। 35 मरीजों का अभी बिहार के अलग-अलग जिलों में इलाज जारी है। उल्लेखनीय हो कि पीपीई सूट के लिए मुख्यमंत्री ने केंद्र को पत्र लिखकर मांग की थी। लेकिन अभी तक मांग के अनुरूप राज्य को पीपीई सूट नहीं मिल सका है। 
 

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