बिहार में 2020 में विधानसभा के चुनाव हुए थे। इन चुनावों में किसी भी पार्टी को अपने दम पर बहुमत का आकंडा नहीं मिला था। मौजूदा समय में बिहार की सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है। नीतीश को कांग्रेस का समर्थन हासिल है।
पटना. बिहार की राजनीति में उलटफेर तय माना जा रहा है। नीतीश कुमार बीजेपी को छोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ सरकार बना सकते हैं। माना जा रहा है कि बिहार में एक बार फिर से महागठबंधन 2.0 की शुरुआत हो रही है। इस बार भी सत्ता की चाभी नीतीश कुमार के पास ही होगी। राज्य के मुख्यमंत्री वही बनेंगे। लेकिन अगर बीजेपी छोड़कर नीतीश जाते हैं तो सत्ता का समीकरण कैसे बनेगा ये बड़ा सवाल है। आइए जानते हैं बिहार में मौजूदा समय में किस पार्टी के पास कितने विधायक हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव
बिहार में 2020 में विधानसभा के चुनाव हुए थे। इन चुनावों में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत का आकंडा नहीं मिला था। राज्य में आरजेडी को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं। उसके बाद दूसरे नंबर पर बीजेपी थी। जदयू तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर थी। एनडीए को 125 सीटें मिली थीं। बीजेपी को 74, JDU को 43, VIP को 4 और हम पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिली। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत मिली थी। आरजेडी को 75, कांग्रेस को 19 और लेफ्ट पार्टी को 16 सीटों पर जीत मिली थी।
मौजूदा समय में किसके पास कितनी सीटें
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद भी सियासी उठापटक जारी जारी। VIP पार्टी के 4 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। वहीं AIMIM के पांचों विधायकों ने हाल ही में आरजेडी ज्वाइन की। लोकजन शक्ति पार्टी के एकमात्र विधायक ने जयदू की सदस्यता ले थी। मौजूदा समय में जदयू के पास 45, भाजपा के पास 77, राजद- 79, कांग्रेस- 19 और लेफ्ट 16 के विधायक हैं।
कैसे सरकार बना सकते हैं नीतीश कुमार
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 122 है। अगर नीतीश कुमार बीजेपी को छोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साश मिलकर सरकार बनाते हैं को वह बहुमत के आंकड़े को पार कर लेंगे और बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन जाएंगे।
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