बिहार में सत्तासीन एनडीए में शामिल लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं पर करारा हमला किया है। उन्होंन साफ कहा कि राज्य की प्राथमिक स्वास्थय सुविधा बदतर है। पीएचसी में बीपी मशीन तक नहीं है।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के तेवर गर्म होते दिख रहे है। हड़ताली शिक्षकों का समर्थन करने के बाद चिराग पासवान ने अब बिहार की स्वास्थ्य सुविधाओं पर तल्ख टिप्पणी की है।
चिराग ने कहा कि राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदतर हालत में हैं। कई जगहों पर बीपी जांच की मशीन तक नहीं है। कई अस्पताल ऐसे हैं, जहां उपकरण तक नहीं हैं। जहां उपकरण हैं, वहां उन्हें चलाने वाला कोई नहीं है। कई अस्पतालों में जरूरत के अनुसार डॉक्टर नहीं हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अस्पतालों में खासकर महिला डॉक्टरों की भारी कमी है।
नियोजित शिक्षकों पर भी बोले चिराग
शनिवार को पटना स्थित पार्टी दफ्तर में पत्रकारों से बात करते हुए चिराग ने उक्त बातें कही। चिराग ने बताया कि अपनी बिहार यात्रा के दौरान मैंने लोगों से जो बात की उसके आधार पर उक्त बातें मैं बता रहा हूं। उन्होंने दावा किया कि जदयू का कोई नेता भी यदि यात्रा करेगा तो उन्हें भी ऐसा ही फीडबैक मिलेगा। शिक्षकों के हड़ताल पर चिराग ने कहा कि नियोजित शिक्षकों का मामला भी गंभीर है। स्थायी पदों को खत्म नहीं किया जाना चाहिए था। यदि स्थायी पदों पर नियुक्ति होती तो नियोजित शिक्षकों का मामला ही नहीं आता।
नीतीश ने किया विकास, पर अभी बहुत कुछ करना बाकीः चिराग
अपराध को लेकर भी उन्होंने कहा कि एक अपराध भी व्यथित करता है। दूसरे राज्यों से इस मामले में तुलना नहीं हो सकती। कोई अपराध होता है तो राज्य का हर कोई दुखी होता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कहीं से वे सरकार की आलोचना नहीं कर रहे। ये सारे उनके सुझाव हैं। बिहार ने आजतक जितनी तरक्की की है, वे नीतीश कुमार के कार्यकाल में ही। उन्होंने बिहार का बहुत विकास किया है, लेकिन अभी और बहुत कुछ किया जाना है। वे अपनी यात्रा के फीडबैक के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलेंगे।