बिहार के क्वारेंटाइन सेंटर में नाच; अश्लील गानों पर रातभर लगे ठुमके, उड़ीं सोशल डिस्टेंस की धज्जियां

दूसरे राज्यों से लाए जा रहे प्रवासियों को 14 दिनों तक क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। ताकि उनसे कोरोना का संक्रमण नहीं फैले। समस्तीपुर जिले के एक क्वारेंटाइन सेंटर में बिदेसिया नाच का आयोजन किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेन्स की धज्जियां उड़ गईं। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 20, 2020 5:56 AM IST

समस्तीपुर। कोरोना के कहर के बीच बिहार के समस्तीपुर जिले का एक गांव कर्रख चर्चा में है। इस गांव में बाहर से आए प्रवासियों को रखने के लिए बने क्वारेंटाइन सेंटर में डांसर बुलवा कर नाच-गाने का प्रोग्राम किया गया। सोमवार की रात क्वारेंटाइन सेंटर में हुए डांस प्रोग्राम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में रखे प्रवासियों के मनोरंजन के लिए बिदेसिया नाच का आयोजन किया गया था। प्रवासियों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी पूरी रात नाच-गाने का आनंद उठाते दिखे। 

वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन जांच कर कार्रवाई की बात कह रहा है। जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिले के देशरी पंचायत के कर्रख गांव में बने क्वारेंटाइन सेंटर पर बिदेसिया नाच का आयोजन किया गया। बताया जा रहा है कि इसमें नाचने वाले कलाकार भी क्वारेंटाइन किए गए प्रवासी ही थे। ग्रामीणों ने साज बजाने के लिए बाहर से कलाकारों को बुलाया था। मध्य विद्यालय कर्रख क्वारेंटाइन सेंटर पर नियमों को ताक पर रख कर पूरी रात प्रवासी व स्थानीय लोग नाच-गाने में मगन रहे। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वार्ड सदस्यों ने भी नाच गाना का लुत्फ उठाया।

अश्लील गानों पर थिरकते रहे प्रवासी
नाच-गाने के दौरान भोजपुरी के अश्लील गाना पूरी रात क्वारेंटाइन सेंटर पर बजता रहा। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रहीं। क्वारेंटाइन सेंटर के नियमों का उल्लंघन होता रहा। कुछ लोगों ने बताया कि इसमें सभी कलाकर क्वारेंटाइन सेंटर के ही थे। ये सभी साड़ी पहनकर और शृंगार कर रातभर नाच-गान किए। आसपास के कुछ लोगों ने बताया कि बाहर से आने पर क्वारेंटाइन सेंटर में रहने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए बिदेसिया नाच कराकर स्वागत किया गया है। 

मुखिया पति बोले- सोशल डिस्टेंस का रखा गया ख्याल
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद विभूतिपुर के सीओ उदयकांत मिश्र ने कहा कि नाच आयोजन करने की जानकारी मिली है। यह मामला बड़े अधिकारियों के भी संज्ञान में आया है। अधिकारी से जैसा आदेश प्राप्त होगा, वैसी कार्रवाई की जाएगी। वहीं मामले में स्थानीय मुखिया पति ललन पासवान ने बताया कि सेंटर के अंदर रह रहे प्रवासी मजदूर में कलाकार थे। सभी कलाकारों ने अपने स्तर से नाच का प्रोग्राम बनाया। साज बजाने वाले को बाहर से बुलाया गया था। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया है।

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