800 बेड वाले अस्पताल के ICU में परेशान था मरीज, हवा दिलाने लाए बाहर और हो गई मौत

वीडियो बनाकर डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि मरीज को आईसीयू बेड और ऑक्सीजन ट्रॉली के साथ ही खींच लाया गया। इस दौरान किसी ने मास्क नहीं पहना था। जब डॉक्टरों ने रोका तो उन्हें धमकाना जाने लगा। जब डॉक्टरों को मरीज ICU में नहीं मिला तो उन्होंने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई।
 

Asianet News Hindi | Published : Jul 23, 2020 11:33 AM IST / Updated: Jul 23 2020, 05:06 PM IST

भागलपुर (Bihar) । बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या 30 हजार के पार हो गई। सुविधाएं न मिलने पर मरीजों के घरवाले जोखिम उठा रहे हैं। वहीं, पिछले तीन-चार दिनों से हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आईं हैं। अब 800 बेड वाले जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (अस्पताल) में भर्ती एक मरीज की लापरवाही के चलते मौत हो गई। कहा जा रहा है कि खुली हवा के लिए एक परिवार अपने मरीज को डॉक्टर की सलाह के खिलाफ जाकर अस्पताल से दूर ले गया, जिसके कारण मरीज की मौत हो गई। बता दें कि ये घटना 19 जुलाई की है। जिसका खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से अब हुआ है।

यह है पूरा मामला
डॉक्टरों का कहना है कि एक परिवार अपने मरीज को तीसरे फ्लोर पर मौजूद आईसीयू से बाहर खींच कर ले बाहर लाया। डाक्टरों के मुताबिक उसने कहा कि उसके मरीज को खुली हवा की जरूरत थी। जिसका विरोध मौजूद डॉक्टरों ने किया। लेकिन, मरीज के परिवार ने एक ना सुनी और वो खुले में लेकर अपने मरीज को चला गया। जहां इस लापरवाही के बाद मरीज की मौत हो गई। हालांकि इसी दौरान किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। 

परिजनों ने कही ये बातें
भागलपुर के इस अस्पताल में कुल 800 बेड हैं। लेकिन, अस्पताल में इलाज करने के लिए डॉक्टरों और स्टाफ की कमी है। वहीं, परिवार का आरोप था कि अस्पताल में ठीक से इलाज नहीं किया जा रहा था, जिसके चलते वे मरीज को कटिहार ले जा रहे थे। 

डॉक्टरों ने भी बनाया है वीडियो
वीडियो बनाकर डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि मरीज को आईसीयू बेड और ऑक्सीजन ट्रॉली के साथ ही खींच लाया गया। इस दौरान किसी ने मास्क नहीं पहना था। जब डॉक्टरों ने रोका तो उन्हें धमकाना जाने लगा। जब डॉक्टरों को मरीज ICU में नहीं मिला तो उन्होंने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई।

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