डबल मर्डर सहित 15 से अधिक गंभीर मामलों में वांछित खूंखार अपराधी को अरवल पुलिस ने पकड़ा और उसे थाने से ही छोड़ दिया। सबसे आश्चर्य की बात ये रही कि उसी अपराधी को बिहार के कई थानों की पुलिस काफी दिनों से ढूंढ रही है। अब मामला सामने आया तो जांच शुरू हुई है।
भोजपुर(Bihar). बिहार पुलिस अपने अजीबोगरीब कारनामे के कारण एक बार फिर से चर्चा में है। बिहार पुलिस ने इस बार वो काम किया है जिससे उसके इक़बाल पर सवाल खड़े हो गए हैं। डबल मर्डर सहित 15 से अधिक गंभीर मामलों में वांछित खूंखार अपराधी को अरवल पुलिस ने पकड़ा और उसे थाने से ही छोड़ दिया। सबसे आश्चर्य की बात ये रही कि उसी अपराधी को बिहार के कई थानों की पुलिस काफी दिनों से ढूंढ रही है। अब मामला सामने आया तो जांच शुरू हुई है।
जानकारी के मुताबिक भोजपुर की पुलिस की फाइलों में मोस्ट वांटेड अपराधी अंकित पांडेय को अरवल पुलिस द्वारा थाने से छोड़े जाने का मामला सामने आया है। वह मूल रूप से कोईलवर थाना के पचरूखिया कला गांव का निवासी है। अंकित पांडेय पहले से कमालुचक के बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड में वांटेड है। उस पर करीब 15 से अधिक अवैध बालू खनन व गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पिता - चाचा और तीन भाई पहले से जेल में बंद
गौरतलब है कि बीते 21 जनवरी 2022 को कोईलवर के कमालचुक बालू घाट पर वर्चस्व को लेकर जमकर गोलीबारी हुई थी जिसमें दो लोग मारे गए थे। इसी मामले में अंकित पांडेय भी मुख्य आरोपी के तौर पर वांछित हैं। अंकित के पिता सत्येंद्र पांडेय के अलावा चाचा संजय पांडेय एवं तीन भाई धीरज, नीरज व छोटे अलग-अलग आपराधिक घटनाओं में पहले से ही जेल में बंद हैं। बीते एक अक्टूबर को उसके घर से तलाशी के दौरान बैग में रखा 19 लाख 43 हजार 60 रुपये नकद, 315 बोर का 25 कारतूस, सोने की दो अंगूठी व सोने की दो चैन बरामद की गई थी। इस मामले में भी केस दर्ज हुआ था।
फोटो से मिलान करने के बाद भी पुलिस की लापरवाही
अरवल पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान चोरी की बाइक पर तीन लोगों को पकड़ा था। इनमें से नीतीश कुमार, सूरज और अंकित थे। चोरी की बाइक रखने के आरोप में केस दर्ज कर नीतीश और सूरज को जेल भेजा गया था। भोजपुर जिले के कोईलवर थाने की पुलिस को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी कि उनके यहां का मोस्ट वांडेट अपराधी अंकित पांडेय अरवल में पकड़ा गया है। इसके बाद इसकी सूचना अरवल थाने को दी गई। साथ ही अरवल से फोटो का मिलान किया गया तो साफ हो गया कि वह कुख्यात अंकित ही है। इसके बाद भोजपुर एसपी ने कोईलवर के थानेदार प्रवीण कुमार को खुद अरवल भेजा। कोईलवर थानेदार अभी अरवल पहुंचते, उसके पहले ही उस कुख्यात को छोड़ दिया गया।
सभी दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई- एसपी
भोजपुर एसपी संजय कुमार सिंह ने कहा कि वांटेड अंकित पांडेय के अरवल में पकड़े जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद कोईलवर थानाध्यक्ष को वहां भेजा भी गया था जब टीम वहां पहुंची तो पता चला कि छूट गया है। वहीं अरवल एसपी हिमांशु शंकर त्रिवेदी ने कहा कि इस संबंध में सदर थाने के थानेदार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अंकित नाबालिग था, इसलिए छोड़ दिया गया, लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसका भी दोष होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।