बिहार में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल में भारी बारिश के चलते गंडक नदी उफान पर है। गंडक नदी में तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाल्मीकिनगर में गंडक बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं।
पटना(Bihar). बिहार में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नेपाल में भारी बारिश के चलते गंडक नदी उफान पर है। गंडक नदी में तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाल्मीकिनगर में गंडक बैराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। जिससे बिहार के निचले इलाकों में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा दिखाई देने लगा है। निचले इलाकों में तेजी से पानी फ़ैल रहा है और वहां का जलस्तर भी बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जन संसाधन मंत्री संजय झा ने वाल्मीकिनगर में हालात का जायजा लिया है।
गौरतलब है कि नेपाल में हो रही भारी वर्षा के कारण गंडक नदी में उफान आ गया है। इसे देखते हुए वाल्मीकिनगर में गंडक बराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं। बराज से 4.40 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हो रहा है। इससे पश्चिम चंपारण, सारण व गाेपालगंज के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। गोपालगंज में तटबंध पर भी दबाव बढ़ रहा है। गोपालगंज जिले उन 43 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है जो निचली सतहों पर हैं। वहीं गोपालगंज के कुचायकोट, सदर, मांझा, बरौली, सिधवलिया व बैकुंठपुर प्रखंडों में प्रशासन अलर्ट है।
जल संसाधन विभाग ने जारी किया एलर्ट
बिहार में कुछ माह पहले ही बाढ़ आकर जा चुकी है। लेकिन प्राकृतिक आपदा से ऐसे हालात बन गए हैं कि बिहार पर फिर से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। गंडक नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। जल संसाधन विभाग ने हाइअलर्ट जारी किया है। विभाग के इंजीनियर तटबंधों पर मुस्तैद हैं। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने मौके पर हालात का जायजा लेते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अगले तीन दिन महत्वपूर्ण हैं।