गया जिले के ये गांव बन रहे साइबर अपराधियों का हब...चंद मिनट में हजारों रुपए खाते से कर देते है साफ

बिहार में हर तरह के अपराध की घटनाए लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश के गया जिलें में यदि आपने अपने जेब में वाई फाई इनेबल क्रेडिट कार्ड रखा हो, तो सावधान होकर ही जाए क्या पता आपका खाता चंद मिनटों में खाली न हो जाए। साइबर अपराधियों ने खोजा नया तरीका।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 13, 2022 4:25 PM IST

गया (बिहार): अगर आप अपने जेब में वाई ‌फाई इनेबल क्रेडट या डेबिट कार्ड (कॉन्टेक्टलेस कार्ड ) रखते हैं तो संभल जाए। क्योंकि साइबर अपराधियों ने कॉन्टेक्टलेस कार्ड से पैसे उड़ाने का नया तरीका खोज निकाला है। ये अपराधी आपके जेब में रखे ‌वाईफाई ऑन डेबिट और क्रेडिट कार्ड में पीओएस मशीन सटाकर रकम निकालने में माहिर हैं। यु-ट्यूब से साइबर अपराधियों ने साइबर फॉड करने का यह नया तरीका सीखा है। ऐसे ही एक गिरोह को पटना पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। चार साइबर अपराधियों को पुलिस ने जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के महावीर मंदिर के पास से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में साइबर अपराधियों ने चौकाने वाले खुलासे किए थे। चारों अपराधी राजीव रंजन, उज्जवल राज, अभिमन्यू कुमार और राजवीर राज बिहार के गया जिले के महियापुर गांव के रहने वाले हैं। इनके पास से पुलिस ने तीन पॉश मशीन भी बरामद किया था। 

गया जिले का महियापुर समेत तीन-चार गांव बन रहा साइबर अपराधियों का गढ़
चारों साइबर अपराधियों ने पूछताछ में बताया है कि गया जिले के महियापुर, धनामा, रसना समेत आस-पास के गांव के कई युवा इसी तरह का साइबर फॉड करने में माहिर हैं। सभी ने यु ट्यूब से इस तरह के साइबर फॉर्ड करने का तरीका सीखा। पहले यहां के फॉड एटीएम कार्ड क्लोनिंग करने में माहिर थे। जिन्हे एटीएम कार्ड का इस्तमाल करने नहीं आता था उनसे मदद के नाम पर ठगी करते थे। अब ठगों ने नया तरीका खोज निकाला है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में घुम ठगी कर रहे हैं। साइबर अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि इस तरीके से ठगी करने का तरीका इन लोगों ने महियापुर गांव के ही कुछ परिचित लोगों से सीखी थी। वे पहले भी पटना आ चुके थे। होटलों में रहकर भीड़-भाले इलाकों में लोगों के खाते में सेंध लगाते थे। 

भीड़- भाड़ वाला इलाका रहता है 
टारगेट ये साइबर ठग भीड़-भाड़ वाले इलाकों को टारगेट करते हैं। इन लोगों के पास पर्व-त्योहारों की पूरी डायरी रहती है। कब कहां मेला लगेगा कब किस पूजा में कहां भीड़ ज्यादा होगी इसकी जानकारी ये फॉड रखते हैं। फिर टुकड़ियों में बंट कर ‌‌‌वाई-फाई वाला डेविट या क्रेडिट कार्ड रखने वाले लोगों से पॉश मशीन सटाकर खाते से रकम निकाल लेते हैं। ऐसा कर चंद मिनट में साइबर फॉड आपके खाते से पांच हजार रुपए तक सेंध लगा सकते हैं।  

कॉन्टेक्टलेस कार्ड से बिना पिन डाले पांच हजार तक हो सकता है ट्रांजैक्शन
वाई-फाई इनेबल क्रेडिट या डेबिट कार्ड से बिना पिन इस्तेमाल किए पॉश मशीन से पांच हजार रुपए का ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। वाईफाई वाले डेबिट या क्रेडिट कार्ड की रेंज 4 सेंटीमीटर है। इससे एक समय में एक ही ट्रांजक्शन किया जा सकता है। इसी तरह से खाते से पैसे निकासी करने का तरीका साइबर अपराधियों ने यू-ट्यूब से सीखा है और जगह-जगह घुम लोगों के खाते में सेंध लगा रहे हैं।

कैसे सावधानी बरतें
अगर आप कॉन्टेक्टलेस कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो सावधानी भी बरतें। किसी होटल या दुकान में पेमेंट करते समय काट दुकानदार के हाथों में ना दें। अपने सामने कार्ड स्वाइप कराएं और ट्रांजैक्शन के बाद आने वाले मैसेज को उसी समय चेक कर लें। एल्युमीनियम फाइल पेपर में कार्ड को लपेट कर रखें। भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बचने के लिए मेटल वॉलेट का इस्तेमाल करें। आरएफआईडी ब्लॉकिंग वॉलेट भी मिलता है जिनका इस्तेमाल साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कर सकते हैं।

आदित्य सिंह की रिपोर्ट....

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