बिहार की राजधानी पटना में सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में कोरोना को लेकर एक हाईलेवल बैठक हुई। बैठक में अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।
पटना( Bihar).चीन में कहर बरपा रहे कोरोना को देखते हुए विश्व के सभी देश सतर्क हो गए हैं। बिहार की राजधानी पटना में सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में कोरोना को लेकर एक हाईलेवल बैठक हुई। बैठक में अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए सतर्क रहने के निर्देश दिए गए। बैठक में कोरोना को लेकर क्या तैयारी है और इससे निपटने के लिए बिहार सरकार क्या कदम उठाने वाली है, इससे जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गयी।
मुख्यमंत्री ने कोरोना से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर अधिकारियों से इस संबंध में तमाम जानकारी ली। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार शुरू से गंभीर और संवेदनशील है। राज्य में आज की तिथि में कोरोना का एक्टिव केस शून्य है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है। लोग सचेत और सजग रहें। उन्होंने कहा कि कोरोना के कमजोर होने के दौरान भी हम लोगों ने कभी शिथिलता नहीं बरती। अपने राज्य में लगातार कोरोना जांच और टीकाकरण कराते रहे हैं।
बिहार में 80 फीसद से अधिक लोगों की हुई जांच
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में 10 लाख की आबादी पर 6.59 लाख जांच की गई है, जबकि बिहार में 8.20 लाख जांच की गई है। आज पूरे देश में कोरोना की जितनी टेस्टिंग की जाती है, उसमें लगभग आधा टेस्टिंग अकेले बिहार की है। लेकिन, बैठक में नीतीश कुमार ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहे, बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच कराये ताकि समय रहते कदम उठाया जा सके। कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण कार्य में भी तेजी लाया जाए।
दवा और जांच किट की रहे उपलब्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के नये वैरिएंट को देखते हुये कोरोना के फिर से बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है। इस लिए सरकार को पूरी तरह अलर्ट रहना चाहिए। उन्होंने स्वास्थ विभाग को निर्देश दिया कि अस्पतालों में दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखे। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।