हाल ही में जारी हुए बिहार इंटरमीडिएट की परीक्षा के रिजल्ट में पूर्णिया के खुश्कीबाग की पुष्पिता ने आर्ट्स विषय में 462 अंक प्राप्त कर जिला टॉपर बनीं है। पुष्पिता खुद तो पढ़ती ही थी वे बच्चों को पढ़ा कर अपने पिता को आर्थिक रूप से सपोर्ट भी करतीं थीं।
पूर्णिया। हौसले बुलंद हो तो कामयाबी मिलने देर भले हो सकती है लेकिन सफलता मिलना तय होता है। पूर्णिया की पुष्पिता ने इसे सच कर दिखाया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी इंटर के परीक्षा परिणाम में पूर्णिया के खुश्कीबाग की पुष्पिता आर्ट्स विषय में 462 अंक प्राप्त कर जिला टॉपर बनीं है। पुष्पिता अपनी पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल में टीचर का भी काम करतीं थीं और वहां से कमाए गए पैसे से वे घर चलाने में अपने पिता को सपोर्ट किया करतीं थीं। अब उनके इस सफलता पर उनके माता-पिता को नाज है।
दिन में बच्चों को पढ़ाया, रात में खुद की थी पढ़ाई
पुष्पिता ने बताती हैं कि उनके घर की माली हालत ठीक नहीं है। इसलिए उन्होंने नौकरी के लिए एक निजी स्कूल में ज्वाइंन किया और वहां पढ़ाने लगी। उन्होंने बताया कि स्कूल में कमाए हुए पैसे को वो अपनी पढ़ाई पर खर्च करतीं और उसके बाद जो पैसा बच जाता उसे पिता को दे देतीं थीं। पुष्पिता ने कहा कि उन्होंने दोनों काम को दो भाग में बांटा। वे दिन में स्कूल में बच्चों को पढ़ाती और रात को स्वाध्याय किया करतीं। इससे उनकी पढ़ाई पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ता था। पुष्पिता पूर्णिया सिटी के राजा पृथ्वीचंद उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्रा हैं।
साइकिल पर घर-घर कपड़े बेच बेटी को पढ़ाया
पुष्पिता ने बताया कि उनके पिता फेरी वाले का काम करते हैं। जिला टॉपर ने कहा कि पिता ने घर-घर कपड़े बेच उन्हें पढ़ा रहे है। पुष्पिता ने कहा कि मुझे आईएएस ऑफिसर बनना है। इसके लिए मैं काफी मेहनत करूंगी। मेरे पापा ने मुझे काफी मेहनत कर पढ़ाया है। उनका भी सपना है कि मैं आईएएस ऑफिसर बन उनका मान बढ़ाऊं। पुष्पिता की मां सविता पॉल ने अपनी बेटी पर विश्वास जताते हुए कहा कि मेरी बेटी एक दिन यह सपना जरूर सच करेगी, यह मेरा विश्वास है। पुष्पिता पॉल को इतिहास में 96, होम साइंस में 90, भूगोल में 91, एलएल इंग्लिश में 96, एनआरबी में 41, एमबीएआर इंग्लिश में 48 नंबर मिला है।