बिहार के सिंघम कहे जाने वाले सुपरकॉप आईपीएस ऑफिसर शिवदीप वामनराव लांडे ने अपनी एक पुस्तक के जरिए अपने बचपन के दिन और संघर्षों से भरी जिंदगी के बारे में कई खुलासे किए हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि वह बचपन में आखिर क्यों पिता की हत्या करने का सोचते थे।
पटना. बिहार के आईपीएस ऑफिसर और कोसी क्षेत्र सहरसा के नए डीजी बने शिवदीप वामनराव लांडे अक्सर अपने बयानों के चलते चर्चा में रहते हैं। उनकी गिनती प्रदेश के तेज-तरार्र अफसरों में होती है। लेकिन इस बार उन्होंने अपनी निजी जिंदगी के बारे में चौंकने वाला खुलासा किया है। उन्होंने संघर्ष भरी लाइफ के बारे में अपनी किताब में बचपन से लकर अब तक का जिक्र किया है। उन्होंने कहा-जब मैं छोटा था तो अपने ही पिता की हत्या करना चाहता था। क्योंकि घर छोड़कर भाग जाना चाहता था। लेकिन पिता जी ऐसा होने नहीं दे रहे थे।
पिता की हत्या करने का आता था ख्याल
दरअसल, सुपरकॉप और बिहार के डीआईजी शिवदीप लांडे ने हाल ही में अपने द्वारा लिखी किताब ‘वूमेन बिहाइंड द लायन’ का विमोचन किया है। उन्होंने अपनी किताब को मां को समर्पित करते हुए कहा कि उनके जैसी कहानी हर दो से तीन परिवार में देखने को मिलती है।
वहीं पत्रकारों के बातचीत के दौरान कहा- बचपन में उनके परिवार के हालात ठीक नहीं थे। इन्हीं पारिवारिक परिस्थितियों के चलते वह कई बार गुस्से में आ जाते थे। कई बार तो इतना गुस्सा आ जाता था कि अब पिता की हत्या कर दूं।
पिता पर आता था गुस्सा...लेकिन मां की प्रेरणा से बना आईएएस
आईपीएस अफसर लांडे ने कहा-मैंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत ही संघर्ष किया है। मुझसे कहीं ज्यादा मेरी मां ने मेहनत की है। उनके त्याग और समर्पण के कारण यहां पर हूं। लेकिन मेरे पिता जो कि एक पेशे से किसान थे, लेकिन उनको नशे की लत थी। वो ड्रग एडिक्ट हो चुके थे। जिसके चलते हमारे परिवार की स्थिति खराब हो गई थी। इन्हीं सब बातों पर मुझे पिता पर गुस्सा आता था। हालांकि समय रहते मां ने परिवार को संभाला और अपने दोनों बेटों को बेटियों को संभल साहस धैर्य अनुशासन का पाठ पढ़ाया। मां से ही मैंने प्रेरणा लेकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और आईपीएस बनकर बना।
कौन हैं शिवदीप लांडे...जिन्हें कहते बिहार का सिंघम
शिवदीप वामनराव लांडे यूं तो बिहार कैडर के आईपीएस अफसर हैं, लेकिन वह मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले हैं। लांडे ने स्कॉलरशिप की मदद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और यूपीएससी एग्जाम टॉप किया।उनकी पोस्टिंग पिछले 5 साल से महाराष्ट्र में थी। वह जब बिहार में एसटीएफ के एसपी पद पर थे तो उनका ट्रांसफर महाराष्ट्र कर दिया गया था। अब फिर एक बार बिहार लौटे हैं तो उन्हें बिहार के सहरसा रेंज में डीआईजी की जिम्मेदारी दी गई है। महाराष्ट्र में उनके पिता एक गरीब किसान थे। जैसा ही उन्होंने खुद बताया कि उनकी परवरिश बेहद मुश्किल हालातों में हुई है। वह अपने दो भाइयों में सबसे बड़े हैं। लांडे को बिहार का सिंघम कहा जाता है। उन्होंने बड़े से बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया है।