बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर सभी पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति पर आगे बढ़ती दिख रही है। शनिवार को सत्तासीन जदयू ने पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनाव की रणनीति साझा की और पार्टी नेताओं को टास्क सौंपे।
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक मार्च का जदयू का चुनावी अभियान शुरू होगा। पटना के गांधी मैदान से इस अभियान की शुरुआत होगी। उक्त जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को आयोजित जदयू की बैठक में दी। नीतीश ने बैठक में कहा कि कार्यकर्ता ही जदयू की पहचान हैं। 1 मार्च शुरू हो रहे चुनावी अभियान में सभी कार्यकर्ताओं को जी-जान से लग जाना है। शनिवार को 1, अणे मार्ग में प्रदेश जदयू के क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों, जिलाध्यक्षों और प्रखंड अध्यक्षों के साथ बैठक कर नीतीश ने चुनावी मंत्र भी साझा किया।
नीतीश ने कहा कि आज बिहार के सभी बूथों पर पार्टी के अध्यक्ष और सचिव हैं, यह साधारण बात नहीं। हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि जदयू की सांगठनिक ताकत का उपयोग पिछले 15 वर्षों में बिहार के विकास में हुए कार्यों और सामाजिक अभियानों को जन-जन तक पहुंचाएं। बूथ अध्यक्ष और सचिव इस काम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा सकते हैं। बैठक की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने लगभग तीन घंटों तक प्रखंड अध्यक्षों की बातें सुनी और समाधान का भरोसा दिया। सीएम ने सभी जिलाध्यक्षों एवं प्रखंड अध्यक्षों को कहा कि वे अपने घर पर पार्टी का झंडा जरूर लगाएं। इससे न केवल कार्यकर्ताओं, बल्कि आम लोगों में भी सार्थक संदेश जाएगा।
एक मार्च को 2 लाख जदयू कार्यकर्ता पटना पहुंचेंगे
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जदयू के सभी कार्यकर्ता जन-जन तक अपने नेता का काम पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास के जितने आयाम देखने को मिले हैं, वह अभूतपूर्व है। बिहार में आधी आबादी की मौन क्रांति देखने को मिली है। शराबबंदी, दहेजबंदी और जल-जीवन-हरियाली जैसे सामाजिक अभियानों ने देश और दुनिया का ध्यान खींचा है। राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) आरसीपी सिंह ने कहा कि जदयू के पास न सिर्फ नेता है, बल्कि बेजोड़ कार्यकर्ता भी हैं। एक मार्च को दो लाख से भी अधिक संख्या में दल के कार्यकर्ता गांधी मैदान पहुंचेंगे