बिहार में एक जिला है खगड़िया। यह केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गृह जिला है। साथ ही इसका जिक्र एशिया के सबसे बड़े रेल दुर्घटनाओं में से एक के रूप में होता है। लेकिन अभी यहां के एक रिक्शा चालक शंभू पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे संबंध रखने के कारण चर्चा में है।
खगड़िया। ऊपर की तस्वीर में आप जिस रिक्शा चालक को देख रहे हैं, उनका नाम हैं शंभू पासवान। शंभू बिहार के खगड़िया जिले से है। आप सोच रहे होंगे कि हम यहां इस शंभू का जिक्र क्यों कर रहे हैं। वजह खास है। शंभू का सीधा संबंध भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैं। शंभू हर खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हैं, जिसका उन्हें जवाब भी मिलता है। उनके घर में प्रधानमंत्री को भेजे और प्रधानमंत्री की ओर से आए कई पत्र हैं। शंभू का पीएम मोदी से ये संबंध वर्ष 2015 से हैं। अभी शंभू ने अपना पिछला पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर भेजा था। उनके पत्र के जवाब में पीएम का आभार देते हुए पत्र भी उन्हें मिला। जिसे वो बड़ी खुशी से दिखाते हैं।
पत्नी की बीमारी के समय पीएम को लिखा पहला पत्र
शंभू पासवान प्रधानमंत्री को भेजे और उनसे मिले पत्रों पर प्लास्टिक चढ़वा कर सुरक्षित रखे हैं। अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए खगड़िया जैसे छोटे जिला में रिक्शा चलाने वाले शंभू का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंध कैसे बना, ये बड़ा दिलचस्प है। शंभू ने बताया कि साल 2015 में उनकी पत्नी लीला देवी की तबियत काफी खराब हो गई थी। लीला की इलाज कराने वो सरकारी अस्पताल गए थे। लेकिन अस्पताल में दवाईयां उपलब्ध नहीं थी। अस्पताल अधिकारियों से शिकायत करने के साथ-साथ शंभू ने अस्पताल में दवाईयां नहीं होने की शिकायत पत्र के माध्यम से सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कर दी।
पीएम का निर्देश मिलते ही सीएस ने लिया एक्शन
शंभू का पत्र मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खगड़िया के सिविल सर्जन और डीएम को मामले की जांच और अस्पताल में दवाएं उपलब्ध रखने का निर्देश दिया। साथ ही शंभू पासवान को पत्र भेज कर सूचित किया कि आपके शिकायत पर अधिकारियों को आदेशित किया जा चुका है। सीधे पीएमओ से मिले आदेश पर सीएस और डीएम ने तुरंत एक्शन लिया। उसके बाद लीला देवी का इलाज हुआ। इस घटना के बाद से शंभू पासवान का हौसला बढ़ा। अब वो हर एक खास मौके पर पीएम मोदी को पत्र लिखते हैं।
समाज में बढ़ गई शंभू पासवान की इज्जत
शंभू के परिवार में चार पुत्र और तीन पुत्रियां हैं। बेटियों की शादी शंभू कर चुके हैं। 55 वर्षीय शंभू के दो पुत्र पढ़ाई जबकि दो पुत्र मजदूरी करते है। शंभू ने बताया कि पीएम को आखिरी पत्र उनके जन्मदिन के अवसर पर भेजा था। अब नए साल की बधाई के साथ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की तैयारी कर रहा हूं। बता दें कि शंभू के सीधे पीएम से संबंध होने के कारण समाज में उनकी इज्जत बढ़ गई है। उनका कहना है कि जब हमारे साथ कोई समस्या हो तो उसे हम पीएम को नहीं बताएंगे तो किसे बताएंगे। यही सोचकर मैं पीएम को पत्र लिखता हूं।