पटना पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय सायबर फ्रॉड गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह ने मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बताकर लोगों से करोड़ों की ठगी की थी। गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पटना(Bihar). पटना पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय सायबर फ्रॉड गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह ने मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर बताकर लोगों से करोड़ों की ठगी की थी। गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गिरोह राजधानी पटना में बैठ कर पूरे देश के अलावा विदेशों से अब तक 2 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। गिरोह के ज्यादातर शातिर ऐसे हैं जो पटना में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक यह गिरोह लोगों को फोन कर उन्हें लोन देने के अलावा इंश्योरेंस करने, जीएसटी भरने, केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगी में लगा हुआ था। लोगों को झांसा देने के लिए इन साइबर अपराधियों द्वारा धानी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक फर्जी कंपनी बनाकर रखी गई थी। क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को शातिर अपनी कंपनी का ब्रांड एंबेसडर भी बता रहे थे। धोनी की तस्वीर देखकर लोग भरोसा करते थे और जालसाजों को ठगी करने में आसानी भी हो जाती थी।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे शातिर
पटना पुलिस ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य सिपाही बहाली, एसएससी समेत विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। पटना पुलिस ने इस बात का भी खुलासा किया है कि पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के खेमनीचक में ये शातिर 2 रूम का फ्लैट लेकर पूरी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। गिरफ्तार शातिरों में सभी नालंदा शेखपुरा और पटना जिले के रहने वाले हैं। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उसमें नालंदा का गौतम, भरत बरबीघा का राजीव रंजन और पटना के मालसलामी इलाके का रहने वाला आकाश शामिल है।
लोन देने का झांसा देकर करते थे फ्रॉड
पुलिस ने बताया कि शातिर लोगों को फोन कर लोन का झांसा देते थे और जो झांसे में आ जाते थे उन्हें लोन अप्रूवल के फर्जी कागजात भी भेज देते थे। ये सभी आरबीआई के फर्जी लेटर भी जारी कर देते थे। इन लोगों के पास से जब्त चार डायरी में 2 करोड़ से अधिक के लेन-देन के हिसाब मिले हैं। डायरी में 10, 000 से अधिक मोबाइल नंबर मिले हैं। शातिरों के पास से पुलिस ने 1. 45 लाख नगद, 10 मोबाइल एक लैपटॉप एक बाइक और धानी फाइनांस नाम की फर्जी कंपनी के दस्तावेज जब्त किए हैं।