नोवल कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ इस महामारी को हराकर हॉस्पिटलों से डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। बिहार में अबतक कोरोना के तीन मरीजों को स्वस्थ कर अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। तीनों ने एक स्वर से लोगों को इस बीमारी से लड़ने के लिए लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है।
पटना। गुजरात में भारतीय रेलवे में काम करने वाले बटाऊकुआं निवासी मो. फैयाज बिहार के तीसरे मरीज हैं, जिन्होंने कोरोना को मात दी। फैयाज को बुधवार की रात एनएमसीएच से छुट्टी दी गई। ऐहतियात के तौर पर डॉक्टरों ने फैयाज को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने का निर्देश दिया है।
अस्पताल से स्वस्थ घर वापस जाने के बाद फैयाज के साथ-साथ उनके परिजनों में भी खुशी की लहर दौड़ गई। बता दें कि फैयाज से पहले पटना एम्स स्थित एनएमसीएच वार्ड से अनिथा गौतम और राहुल कुमार नामक दो मरीजों को कोरोना से स्वस्थ कर घर भेजा जा चुका है।
रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो रात भर नहीं हो सके
घर जाने से पहले फैयाज ने बताया कि जब पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो उस रात वो सो नहीं पाए। बाद में हिम्मत कर इलाज कराता रहा। डॉक्टरों की गाइडलाइन और नियमित दवा लेता रहा। दो से तीन दिन में बुखार उतरने लगा और कफ भी कम होता गया। शुरू में तो मुझे पता ही नहीं चला कि क्या हुआ है। क्योंकि जब भी मैं घर छुट्टी लेकर आता था तो कफ और खांसी से होता था। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। फैयाज ने बताया कि सर्दी-खांसी से बीमार होने पर शुरुआत में उनका इलाज भगत सिंह चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में की गई थी।
8 मार्च को गुजरात से आए थे बिहार
उन्होंने बताया कि वो गुजरात के टावर कुंडला स्टेशन पर ट्रैक मेंटेनेंस का काम करते हैं। फैयाज आठ मार्च को बिहार आया था। बीच में कई दिन बीमार होने पर निजी उपचार केंद्र में उपचार कराया। 22 मार्च को उसे एनएमसीएच में भर्ती किया गया था। 24 को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उसके साथ-साथ परिजन भी घर गए थे। 22 से एनएमसीएच वार्ड में फैयाज का इलाज चलता रहा। डॉक्टरों की हर एक सलाह को वो मानते गए। आखिरकार 1 अप्रैल को दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
डरने नहीं जागरूक होने की जरूरतः फैयाज
बता दें कि घर आने के बाद फैयाज 17 मार्च को लोदी कटरा में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद फैयाज ने कहा कि इस बीमारी से लड़ने में हाथों की लगातार सफाई की आवश्यकता है। अभी भी वह घर में पूरी तरह से नियमों को पालन करेंगे।
बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना उसकी प्राथमिकता में कोरोना से किसी को डरने की जरूरत नहीं है बल्कि लड़ने और जागरूकता की जरूरत है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन का पालन करें। जहां तक संभव हो सके घर से नहीं निकले।