कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और MLC समीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुआ कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। साथ ही कहा-बिहार का कोई नेता देश का राष्ट्रपति बनता है तो यह मेरे लिए ही नहीं पूरे राज्य की जनता के लिए खुशी की बात होगी।
पटना (बिहार). इसी साल 2022 के जुलाई-अगस्त महीने में देश के राष्ट्रपति पद के लिए चनाव होने हैं। इसी बीच बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM nitish kumar) के विरोधी नेताओं ने पहले ही एक नया तीर छोड़ दिया है। उनका कहना है कि नीतीश राष्ट्रपति पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी है कि क्या 'सुशासन बाबू' ही भारत के अगले प्रिसिडेंट बनेंगे। हालांकि, इस मामले पर खुद नीतीश कुमार का अब जवाब आ गया है।
जानिए सीएम नीतीश ने क्या कुछ कहा...
दरअसल, मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने भागलपुर में एक कार्यक्रम के दौरान विपक्षी की सारी अटकलों को खारिज करते हुए कहा- उन्हें इन सभी चर्चाओं के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है। सीएम बोले- इस तरह की बातों में कोई दम नहीं है। मैं राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं हूं। नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर से हुई उनकी मुलाकात का इस बात से कोई खास मतलब नहीं है। साथ ही इस बीच विपक्षी पार्टी आरजेडी ने तंज कसते हुए कहा -BJP कभी भी नीतीश कुमार को राष्ट्रपति नहीं बनने देगी।
राष्ट्रपति के लिए ऐसे सामने आया नीतीश कुमार का नाम
बता दें कि कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और MLC समीर सिंह (Sameer Singh) ने मीडिया से बात करते हुआ कहा था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। साथ ही कहा-बिहार का कोई नेता देश का राष्ट्रपति बनता है तो यह गौरव की बात होगी। बिहारी होने के नाते हम स्वागत करेंगे। इतना ही नहीं नीतीश की योग्यता बताते हुए कहा कि वह केंद्रीय मंत्री और कई बार बिहार के सीएम रहे हैं, इसलिए उनसे अच्छा और कोई व्यक्ति इस पद के लिए नहीं हो सकता है।
नीतीश की 'हां' में कई नेताओं का 'भविष्य'
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि कांग्रेस (Congress) के कमजोर होने से कई बड़े दिग्गज नेता खुद को आगे लाने को बेताब दिखाई दे रहे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), चंद्रशेखर राव, शरद पवार, एमके स्टालिन जैसे कई नाम शामिल हैं। ये सभी खुद को पीएम मोदी के सामने खुद को चेहरा बनाने की कवायद में लगे हैं। ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अगर नीतीश कुमार के नाम पर सहमति बनती है तो इन सभी नेताओं की भविष्य की राह आसान हो जाएगी।
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कहां से शुरू हुई रणनीति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतीश कुमार को राष्ट्रपति बनाने की चर्चा की शुरुआत इसी महीने हैदराबाद से उस वक्त हुई जब केसीआर और प्रशांत किशोर एक-दूसरे से मिले। दो दिनों तक चली इस लंबी चर्चा के बाद नीतीश को राष्ट्रपति का चुनाव लड़ाने पर मंथन हुआ। इसके बाद प्रशांत किशोर बिहार पहुंचे और पटना में नीतीश कुमार के साथ डिनर पर मिले। जिसे राजनीतिक रूप से बड़ा मैसेज माना जा रहा है।
रामनाथ कोविंद का कार्यकाल जुलाई में हो रहा पूरा
बता दें कि रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) इस वक्त देश के 14वें राष्ट्रपति (President of India) हैं। इसी साल 2022 जुलाई को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उन्होंने साल साल 2017 में डॉ. प्रणब मुखर्जी के बाद राष्ट्रपति का पद संभाला था। लेकिन कार्यकाल खत्म होने के पहले ही नए राष्ट्रपति को लेकर सियासत का बाजार गर्म हो चला है।