सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पटना में सुभासपा के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
पटना(Bihar). बिहार की राजनीति में किस्मत आजमाने के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने एंट्री मारी है। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने पटना में सुभासपा के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। राजभर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि नीतीश कुमार का कोई भरोसा नहीं है और उनके वादे भी खोखले हैं। ऐसे में बिहार की जनता को आगामी चुनावों में उनसे सावधान रहना चाहिए।
मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वो अब सावधान रैली के जरिए जनता को समझा रहे हैं कि देश के नेताओं से लोग सावधान रहें और अपनी लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा कि कल तक लोग अंग्रेजों के गुलाम थे आज नेताओं के गुलाम हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए ओपी राजभर ने कहा कि नीतीश कुमार की जातिवार जनगणना का जो वादा था उसका क्या हुआ। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का वाद खोखला था और अगर सही होता तो अब तक जातिगत जनगणना पूरी हो गयी होती। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देखने लगे हैं लेकिन जो वादा पहले कर चुके हैं वो पूरा करें।
नीतीश की खाल उधेड़ने वाले बयान पर कायम हूं- राजभर
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ये जो वादा करने वाले लोग हैं ये निभाएंगे कब ? नीतीश कुमार जातिगत जनगणना का कोई टाइम तो बता दें। राजभर ने कहा कि वह नीतीश कुमार की खाल उधेड़ने की अपनी बात पर वो अब भी कायम हैं और आज पटना के गांधी मैदान में आयोजित पार्टी रैली में बिहार की जनता को नीतीश कुमार से सावधान करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई वादा पूरा हुआ है केवल खोखले वादों के दम पर नीतीश पीएम बनने का सपना सजा रहे हैं।
नीतीश यूपी में जाकर देखें धूल चाट जाएंगे- राजभर
नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने पर चुटकी लेते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वो यूपी है वहां जाकर भी देख लें। बिहार में इतने दिनों से केवल खोखले वादे करके सरकार चलाने वाले लोग यूपी में धूल चाट जाएंगे। बिहार में किए गए वादों को बिना निभाए यूपी के रास्ते दिल्ली पहुंचने की कोशिश नीतीश कुमार कर रहे हैं। यूपी के लोग समझदार हैं और उनकी हैसियत सामने आ जाएगी। राजभर ने कहा कि बिहार में उनकी कोशिश है कि दलित पिछड़ों की आवाज के रूप में बिहार में भारतीय समाज पार्टी के लोग सामने आएं।