12 राज्यों में टेरर लिंक पर हो रही कार्रवाई पर बयानबाजी शुरू, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कसा तंज

NIA का सबसे बड़ा अभियान देशभर में गुरुवार के दिन हुआ। इस कार्यवाही में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा- कोई मुख्यमंत्री बनने को बेकरार, कोई प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा। इसके साथ ही कई विपक्षी पार्टियां बीजेपी को घेरने में लगी है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 22, 2022 9:00 AM IST

पटना (बिहार). बिहार सहित 12 राज्यों में टेरर लिंक हो रही एनआईए की सबसे बड़ी कार्रवाई को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। छापे के बहाने बिहार में विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी सत्ता पक्ष को घेरने में लगी है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह पूर्णिया और किशनगंज आ रहे हैं। किशनगंज में उनका सरकारी कार्यक्रम भी है। सरकारी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। पूर्णिया में बड़ी पब्लिक मीटिंग है। बाद में किशनगंज में बिहार प्रदेश के नेताओं सांसदों-विधायकों के साथ बैठक करेंगे। सुना है कि लालू प्रसाद, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव परेशान हैं। क्या गृह मंत्री को बिहार आने के लिए लालू प्रसाद, नीतीश कुमार से परमिशन लेना पड़ेगा ? इसका क्या मतलब है ? फिर वही भाषा...। बिहार भारत का अंग है और बिहार में सभी को जाने घूमने का अधिकार है। सभी देशवासियों को ये अधिकार है।

गृहमंत्री के बिहार आने पर सरकार परेशान
पूर्व मुंत्री ने कहा कि गृह मंत्री देश में कहीं भी जा सकते हैं। अवसरवादी गठबंधन परेशान हो जाता है। हम बिहार में अपने संगठन का और विस्तार करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार के हर कोने में जाएगी और बताएगी कि ऐसा अवसरवादी गठबंधन बिहार में है जिसमें कोई मुख्यमंत्री बनने को बेकरार है और कोई प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहा है। कहा कि बिहार में खौफ का माहौल है। रंगदारी वसूली जा रही है। इससे पूंजीनिवेश होगा क्या?

गिरिराज ने नीतीश को घेरा
इस मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, पीएफआई जो भारत विरोधी काम करता है। पूर्णिया को उसने अपना सेंटर बनाया है। ये दुर्भाग्य है जब फुलवारी शरीफ में पीएफआई पर छापे पड़े तब पुलिस का निराशाजनक वक्तव्य आया था। नीतीश और लालू बाबू तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं।

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने क्या कहा
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि मुझे लगता है पीएफआई आतंकियों से संबंधित है। संगठन चलाने और मुस्लिम समुदाय को एक करने में हमारा विरोध नहीं है। लेकिन देश का नाम लेकर यहां आतंक फैलाने की कोशिश होती है तो उसपर एक्शन लेने की आवश्यक्ता होती है। एनआईए और ईडी के छापों का मैं स्वागत करता हूं। 

अमित शाह के लिए बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
बता दें कि 23 सितंबर यानी कल अमित शाह सीमांचल दौरे पर आ रहे हैं। उनके आने से ठीक आने से पहले एनआईए की रेड इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर, शाह के दौरे को लेकर जिले की सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पुलिस प्रशासन के साथ खुफिया विभाग, बीएसएफ, एसएसबी, सीआरपीएफ अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा में किसी प्रकार की चूक न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

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