
पटना. बिहार में नीतीश कुमार सीएम पद की शपथ लेंगे। तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बनेंगे। राज्य में बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद जदयू ने आरेजडी औऱ कांग्रेस के साथ राज्य में सरकार बनाने का दावा किया है। राज्य में महागठबंधन को 164 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। राज्य की कौन-कौन से नेता मंत्री बनेंगे और किस पार्टी को कैबिनेट में कितनी जगह मिलेगी इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल के बंटवारे के लिए फॉर्मूला तय हो गया है।
किस आधार पर तय हुआ फॉर्मूला
नीतीश कुमार ने गवर्नर को 7 पार्टियों के 164 विधायकों को समर्थन पत्र सौंपा है। एनडीए में कम दल थे जिस कारण से विभागों के बंटवारे में दिक्कतें नहीं थी लेकिन महागठबंधन में विभागों के बंटावारे में कोई दिक्कत नहीं हो इसलिए मंत्रिमंडल में किस पार्टी के कितने विधायक होंगे इसका फॉर्मूला तय कर लिया गया है। बिहार में नई सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार विधायकों की संख्या के आधार पर किया जाएगा।
मौजूदा समय में आरजेडी के 79, जदयू के 45, लेफ्ट के 16, कांग्रेस के 19, हम के 4 और एक निर्दलीय विधायक ने नीतीश कुमार को समर्थन दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा मंत्री आरजेडी के होंगे।
बिहार में कितने मंत्री बन सकते हैं
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं। नियम के अनुसार, कुल विधासनभा की संख्या का 15 प्रतिशत हिस्सेदारी मंत्रिमंडल में दी जाती है। ऐसे में बिहार में 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। वामदलों ने सरकार में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है वे बाहर से महागठबंधन को समर्थन करेंगे। ऐसे में देखा जाए तो 143 विधायक ही मंत्री के लिए दावेदार हैं। यानी कि चार विधायकों में से एक विधायक का मंत्री बनाया जा सकता है।
आरेजडी को सबसे ज्यादा हिस्सेदारी
इस फॉर्मूले के आधार पर आरजेडी कोटे से सबसे ज्यादा 16 से 18 मंत्री बनाए जा सकते हैं। जेडीयू कोटे से 11 से 13। वहीं, कांग्रेस के कोटे से चार, जीतनराम मांझी की पार्टी को एक और एक निर्दलीय को मंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष का पद मांगा है जिस कारण से उसके कोटे से मंत्रियों की संख्या कम हो सकती है।
किसे मिल सकता है कौन सा विभाग
बिहार में नीतीश कुमार सीएम रहने के साथ-साथ हमेशा से गृह विभाग अपने पास रखा है। माना जा रहा है कि इस बार भी गृह अपने पास रखेंगे वहीं, कई बड़े विभाग आरजेडी को मिल सकते हैं। RJD को इस बार हेल्थ, नगर विकास, वित्त, वाणिज्य कर, उद्योग, कृषि जैसे मंत्रालय मिल सकते हैं। वहीं, डिप्टी सीएम के रूप में तेजस्वी के पास पथ निर्माण के अलावा दूसरे विभागों की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
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