बिहार में विधानसभा की 243 सीट हैं। सत्ता में बने रहने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में नीतीश कुमार विश्वास मत जीत लिया है। स्पीकर विजय सिन्हा ने इस्तीफा दे दिया है।
पटना. बिहार में आरजेडी के साथ महागठबंधन की सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है। चाचा-भतीजे की इस सरकार को 160 विधायकों ने समर्थन दिया है। तो वहीं BJP ने वॉकआउट किया। फ्लोर टेस्ट (Floor Test) के लिए बुधवार को बिहार विधानसभा में एकदिवसीय विशेष सत्र बुलाया था। बता दें कि एनडीए से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार में महागठबंधन (JDU-RJD Alliance) के साथ मिलकर सरकार बनाई है। उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था।
बीजेपी ने कंसा नीतीश कुमार पर तंज
सदन में फ्लोर टेस्ट पर वोटिंग से पहले बीजेपी विधायक दल के नेता तारकिशोर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा- जब अकेले लड़े तो जनता ने 2 पर ला कर छोड़ दिया था। ताकत नहीं थी इसलिए मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बार फिर से जंगल राज आ गया है।
तेजस्वी ने भी साधा निशाना
बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव ने भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- BJP के साथ रहे तो राजा हरिश्चंद्र बन जाएंगे और हाथ छोड़ देंगे तो भ्रष्टाचारी।..मैं विदेश जाता हूं तो मुझ पर लुकआउट नोटिस लगता है, लेकिन मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, ललित मोदी और विजय माल्या पर लुकआउट नहीं था। ये हजारों करोड़ लेकर भाग गए।
विजय सिन्हा ने दिया पद से इस्तीफा
विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने अपना पद छोड़ने से इनकार किया था। लेकिन अब उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है। सिन्हा ने कहा- मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपका अविश्वास प्रस्ताव अस्पष्ट है। 9 माननीय सदस्यों का जो पत्र मिला उसमें से 8 नियम के मुताबिक नहीं थे।
विधान परिषद के लिए जेडीयू ने दाखिल किया नामांकन
वहीं, दूसरी तरफ JD(U) एमएलसी देवेश चंद्र ठाकुर ने बिहार विधान परिषद की अध्यक्षता के लिए नामांकन दाखिल किया। इस दौरान बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद नेता राबड़ी देवी और दोनों पार्टी के कई सीनियर लीडर मौजूद थे।
26 अगस्त को होगा नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव
बिहार मे विधानसभा का नया अध्यक्ष 26 अगस्त को चुना जाएगा। इसके लिए 25 अगस्त को नॉमिनेशन फाइल होगी। बता दें कि बिहार में कैबिनेट बैठक में विधानसभा के सत्र को एक और दिन के लिए बढ़ा दिया गया है। पहले यह सदन केवल एक ही दिन चलना था।
122 विधायकों की जरूरत
बिहार में विधानसभा की 243 सीट हैं। सत्ता में बने रहने के लिए 122 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन के पास वर्तमान में 164 विधायकों का समर्थन है। माना जा रहा है कि RJD के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी विधानसभा के नए स्पीकर बन सकते हैं।
बीजेपी ने भी बनाई थी रणनीति
बिहार बीजेपी ने भी फ्लोर टेस्ट से पहले सभी एमएलए और एमएलसी के साथ बैठक की थी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई और 24 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र पर चर्चा हुई। एकदिवसीय विधानसभा सत्र के लिए जारी किए गए शेड्यूल के अनुसार, पहले फ्लोर टेस्ट तय था।
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