बिहार में क्राइम कंट्रोल करने वाले पुलिस के जवान ही अपराधियों के साथ मिलकर लोगों का अपहरण करवा रहे थे। इस मामले का खुलासा जिले के एसपी ने खुद किया है। मामला बिहार की राजधानी से महज 15 किलोमीटर दूर वैशाली के जिला मुख्यालय हाजीपुर का है।
वैशाली। जब रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो समाज में अपराध का आंकड़ा घटने की बजाए और बढ़ेगा ही। वैशाली में क्राइम कंट्रोल के लिए गठित जिला पुलिस की पैंथर टीम के सदस्य ही अपराधियों के साथ मिलकर अपहरण उद्योग चला रहे थे। मामले का खुलासा जिले के एसपी गौरव मंगला ने खुद किया है। खुलासा होने के बाद जिला पुलिस के तीन सिपाही के साथ एक होमगार्ड जवान को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही बीते दिनों अगवा किए गए शिवपुजन को सकुशन बरामद कर लिया गया।
तीन सिपाही व एक होमगार्ड निलंबित, 7 को जेल
जिला पुलिस की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट के अनुसार पुलिस-अपराधी गठजोड़ रखने के मामले में जिले में तैनात सिपाही अनिल कुमार मांझी, अनिल कुमार पांडेय, हिंमाशु कुमार और होमगार्ड जवान मोनू कुमार को निलंबित किया गया है। साथ ही कटरा मोहल्ला निवासी स्वर्गीय हरिहरनाथ सिंह के पुत्र सुजीत कुमार उर्फ संटू, हाजीपुर गुदरी निवासी अशोक कुमार सिन्हा के पुत्र अमित सिन्हा और कटरा मोहल्ला निवासी रमेश प्रसाद के पुत्र नीरज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस गठजोड़ में अपराधियों की ओर से सुजीत कुमार उर्फ संटू जबकि सिपाहियों की ओर से अनिल कुमार मांझी मुख्य मास्टरमाइंड बताया गया है।
लालगंज के टाटहां निवासी शिवपूजन को किया था अगवा
बता दें कि मामले के में अगवा हुए लालगंज के टोटहां गांव निवासी शिवपूजन की पत्नी खुशबू ने एसपी से शिकायत की थी। उसने बताया था कि उसके पति का अपहरण कर एक लाख रुपए की फिरौती मांगी जा रही है। महिला ने अपहरण करने वालों में शामिल दो अपराधियों का नाम अनिल और मोनू बताया था। एसपी ने महिला की शिकायत पर सदर थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी। साथ ही महिला के मोबाइल नंबर पर जिस नंबर से फोन आया था उसकी जांच की गई थी। इसी बीच शनिवार की रात चौहट्टा चौक पर पैंथर मोबाइल के सिपाही अनिल कुमार को असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट कर घायल करने की घटना घटी।
घायल सिपाही से मिला था अगवा हुए व्यक्ति का मोबाइल
सिपाही की पिटाई की जांच करने पहुंची पुलिस को घटनास्थल से एक मोबाइल मिला। जो अगवा किए गए शिवपूजन का निकला। इसके बाद इतना साफ हो गया कि अपहरण और मारपीट की इस घटना में कुछ संबंध है। शक गहराने के बाद जब एसपी ने घायल सिपाही से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा राज खोल दिया। जिसके बाद टीम गठित कर कटरा मोहल्ला स्थित सुजीत के घर पर छापेमारी की गई। जहां से अगवा हुए शिवपूजन सहित तीनों बदमाश और दो सिपाही सहित होमगार्ड का जवान गिरफ्तार किया गया।