
समस्तीपुर। सोशल मीडिया पर फर्जी नामों से कई अकाउंट बने पड़े हैं। कुछ तो प्रशासनिक पदों के नाम से बने हैं और इससे जिस तरह की सूचनाएं साझा की जाती हैं लोग पता भी नहीं लगा पाते कि वो अकाउंट असली है या नकली। बिहार में पुलिस के आला अफसर के नाम पर बना एक ऐसा ही अकाउंट सामने आया है।
समस्तीपुर जिले से डीजीपी के नाम पर एक फर्जी अकाउंट चलाया जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जा रही है।
डीजीपी के नाम पर चला रहा फर्जी ट्विटर अकाउंट
दरअसल, पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर युवक बिहार पुलिस के डीजीपी और समस्तीपुर जिले के डीएम के नाम पर फर्जी ट्विटर अकांउट बनाकर संचालित कर रहा था। लोग ट्विटर अकाउंट को डीजीपी व डीएम का असली अकाउंट मानकर उसे फॉलो भी कर रहे थे। इस बीच वो जो भी पोस्ट करता उसे खूब लाइक, कमेंट और रीट्विट मिल रहा था। लोग इस फर्जी ट्विटर अकाउंट के जरिए दी जा रही सूचना पर भरोसा भी कर रहे थे। इस बीच युवक की कारस्तानी पर सीआईडी की नजर पड़ी। उसे पकड़ने के लिए जांच की जा रही थी।
दलसिंहसराय के पतैली गांव से गिरफ्तार
सीआईडी ने युवक का लोकेशन पता कर समस्तीपुर के एसपी को सूचित किया था। जिसके बाद समस्तीपुर एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ कुंदन कुमार के नेतृत्व में पुलिस के जवानों ने दलसिंहसराय थाना क्षेत्र के पतैली गांव में छापेमारी कर शातिर युवक को गिरफ्तार किया। डीजीपी व डीएम का फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाने वाले युवक की पहचान पतैली के उपेंद्र महतो के 30 वर्षीय पुत्र संजय कुमार के रूप में हुई है। उसके पास से बरामद मोबाइल में दोनों अधिकारियों का फर्जी ट्विटर अकाउंट भी मिला है।
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