रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली बिहार की शुरुआत इस सीजन में खराब रही। टीम को अपने पहले ही मुकाबले में अपने घरेलू मैदान में पांडिचेरी के खिलाफ 10 विकेट के अंतर से हार झेलना पड़ा।
पटना। रणजी ट्रॉफी 2019-20 के पहले ही मैच में बिहार को 10 विकेट के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में पांडिचेरी के खिलाफ मैच में बिहार बड़ी मुश्किल से पारी की हाल को टाल सका था। दूसरी पारी में बिहार ने पांडिचेरी को जीत के लिए 70 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे पांडिचेरी ने बिना कोई विकेट आसानी से हासिल कर लिया। मुकाबले में बिहार बल्लेबाजी लचर रही। पहली पारी में बिहार की टीम 173 तो दूसरी पारी में 196 पर सिमट गई। बिहार की ओर से एक मात्र विकेटकीपर बल्लेबाज विकास कुमार अर्धशतक लगाने में कामयाब हो सके। उन्होंने दूसरी पारी में नाबाद 85 रनों की पारी खेली।
पारस और राजीव ने लगाई फिफ्टी
मुकाबले में एक समय बिहार की टीम पर पारी की हार का खतरा था। लेकिन मुजफ्फरपुर के रहने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज विकास रंजन ने विपरीत परिस्थिति में अच्छी बल्लेबाजी कर टीम को पारी की हार से उबारा। पांडिचेरी ने पहली पारी में पारस डोगरा (70 रन) और असिथ राजीव (50 रन) की अर्धशतकीय पारी के दम पर 300 रन बनाए। जिसका पीछा करते हुए बिहार की टीम अपनी दूसरी पारी में मात्र 44 रन पर चार विकेट खो चुकी थी। ऐसे में लगने लगा था कि बिहार की टीम इस मुकाबले को पारी के अंतर हार जाएगी। लेकिन उसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज विकास ने 172 गेदों का सामना करते हुए नाबाद 85 रनों की पारी खेल टीम को पारी की शर्मनाक हार से उबारा।
अब चंडीगढ़ से होगा बिहार का सामना
बता दें कि 9 से 12 दिसंबर के बीच खेले जाने वाले इस मैच में पांडिचेरी ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। कप्तान का यह फैसला उनके गेंदबाजों ने सही साबित कर दिखाया और बिहार की पहली पारी को मात्र 173 रनों पर समेट दिया। उसके बाद पांडिचेरी ने पहली पारी में 300 रनों का आंकड़ा छुआ। दूसरी पारी में भी बिहार की बल्लेबाजी फेल रही। अब रणजी ट्रॉफी में बिहार का अगला मुकाबला चंडीगढ़ से 17 से 20 दिसंबर के बीच चंड़ीगढ़ में होगा। वहीं इसी समय पांडिचेरी की टीम अपने घरेलू मैदान में सिक्किम से भिडे़गी।