बिहार की राजनीति में फिर से उथल-पुथल शुरू हो गई है। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया । उन्होंने इस्तीफा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भेजा और जगदानंद सिंह ने इसे तेजस्वी यादव को सौंप दिया।
पटना(Bihar). बिहार की राजनीति में फिर से उथल-पुथल शुरू हो गई है। कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया । उन्होंने इस्तीफा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भेजा और जगदानंद सिंह ने इसे तेजस्वी यादव को सौंप दिया। जिसके बाद इस्तीफा सीएम नीतीश कुमार को भेज दिया गया और उन्होंने तुरंत ही इसे मंजूर कर लिया। लेकिन बिहार की राजनीति में ये सिर्फ इस्तीफा नहीं बल्कि विरोध का बिगुल बजाने को लेकर देखा जा रहा है। मंत्री सुधाकर सिंह के इस इस्तीफे की पटकथा तभी लिखी जा चुकी थी जब उन्होंने कुछ ऐसे बयान सरकार के खिलाफ दिये थे जिसे लेकर बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया था।
सुधाकर सिंह लगातार अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कैबिनेट मीटिंग से एक बार सुधाकर सिंह अचानक उठकर चले गये थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कृषि विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे तो उसमें मंत्री सुधाकर सिंह शामिल नहीं हुए थे। सुधाकर सिंह ने अपना इस्तीफा भी कैमूर से भेजा। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जब भाजपा एकतरफ सरकार पर हमलावर थी उसी बीच राजद नेताओं ने भी बयानबाजी शुरू कर दी। विवादित बयान सामने आने लगे तो राजद ने ऐसे बयानों पर रोक लगायी। विधायक दल की बैठक में भी नेताओं को नसीहत दी गयी थी कि वो गठबंधन के अंदर के मुद्दों पर विवादित बयानों से बचें।
सुधाकर सिंह ने अफसरों को चोर और खुद को बताया था सरदार
कृषि मंत्री सुधाकर सिंह मंत्री बनने के बाद अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहे। कृषि विभाग के अफसरों को लेकर उन्होंने ऐसा बयान दिया था जिससे सरकार पर ही सवाल उठने लगे थे। उन्होंने कहा था कि कृषि विभाग के अफसर चोर हैं और मैं उनका सरदार हूं। जिसके बाद ही ये कयास लगाए जाने लगे थे कि अब सुधाकर सिंह की पारी सरकार के साथ लम्बी नहीं होने वाली है। इसके आलावा भी वो कई जगह अनाप-शनाप बयान जारी कर रहे थे।
लोगों से कहा था- माप विभाग के अधिकारी मिलें तो जूते से मारिएगा
सुधाकर सिंह ने बयान दिया था कि निगम के बीज फर्जी हैं और 200-250 करोड़ का बीज तो निगम ही खा जाता है। अपने एक बयान में सुधाकर सिंह ने कहा था कि माप-तौल विभाग केवल वसूली विभाग है और इसके अधिकारी-कर्मचारी मिले तो उसे जूते से पीटिएगा।
कृषि रोड मैप को बताया था बेकार
सुधाकर सिंह ने कृषि रोड मैप को बेकार बता दिया था और कहा कि इससे किसानों को कोई लाभ नहीं हुआ। उनकी आमदनी और कृषि उत्पादन भी नहीं बढ़ा। सुधाकर सिंह ने एक बयान में कहा था कि कृषि विभाग में भ्रष्टों का जमावड़ा है। आप मेरा पुतला जलाते रहिए। सुधाकर सिंह के बयानों पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संज्ञान लिया और कैबिनेट की बैठक में उन्होंने कृषि विभाग को लेकर दिये बयानों पर सुधाकर सिंह से चर्चा की तो वो बैठक से ही उठकर चले गये थे।